Phone Tapping Case Of Rajasthan: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के विशेष कार्याधिकारी (OSD) लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) को जुलाई 2020 के फोन टैपिंग मामले में समन जारी किया है. पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि लोकेश शर्मा को बयान दर्ज कराने के लिए सोमवार को दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने को कहा गया है. इसके पहले लोकेश शर्मा का बयान 6 दिसंबर, 2021 और 14 मई, 2022 को दर्ज किया गया था.
3 जुलाई, 2021 को दिल्ली हाईकोर्ट ने लोकेश शर्मा को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच से उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने को कह कर कुछ राहत दी थी. लोकेश शर्मा ने प्राथमिकी रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया था. क्राइम ब्रांच ने अंतरिम आदेश को रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष एक याचिका भी दायर की. दिल्ली पुलिस का आरोप है कि लोकेश शर्मा जानबूझकर जांच में देरी कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री ने दर्ज कराई थी शिकायत
केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने लोकेश शर्मा और अन्य पर फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी. उनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस ने 25 मार्च, 2021 को एक प्राथमिकी दर्ज की. गजेंद्र सिंह शेखावत के कथित ऑडियो क्लिप, जिसमें वह राजस्थान सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस के बागी नेताओं से बात कर रहे थे, वायरल हो गए थे.
20 फरवरी को होनी है दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई
दिल्ली पुलिस ने लोकेश शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और गैरकानूनी रूप से टेलीग्राफिक सिग्नल (टेलीफोनिक बातचीत) को बाधित करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी. सूत्रों के अनुसार सीआरपीसी की धारा 41.1 (ए) के तहत लोकेश शर्मा को जारी किया गया यह छठा नोटिस है. वह दो बार 6 दिसंबर 2021 और 14 मई, 2022 को अपराध शाखा में पूछताछ के लिए पेश हुए और तीन अन्य तारीखों पर पेश नहीं हो पाने का कारण बताया था. अपराध शाखा और लोकेश शर्मा की याचिका पर 20 फरवरी को दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है.
जानिए क्या था पूरा मामला?
कांग्रेस शासित राजस्थान में जुलाई 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान फोन-टैपिंग विवाद सामने आया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक 18 विधायकों की बगावत के दौरान केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच कथित टेलीफोन बातचीत के ऑडियो क्लिप सामने आए थे. मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा पर ऑडियो क्लिप प्रसारित करने के आरोप लगाए गए थे. हालांकि, लोकेश शर्मा फोन टैपिंग के आरोपों को खारिज कर चुके हैं.