Delhi News: दिल्ली पुलिस साइंटिफिक किट्स से लैस 15 नई फॉरेंसिक वैन्स खरीदेगी. अधिकारियों के मुताबिक वाहनों की खरीदारी के बाद बेड़े में वैन्स की संख्या 30 हो जाएगी. फॉरेंसिक वैन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधीन हैं. वैन का काम क्राइम सीन से फॉरेंसिक एविडेंस कलेक्ट करने का है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक फॉरेंसिक वैन का इस्तेमाल हत्या, गोलीबारी, रेप, विस्फोटक बरामदगी की जगह से एविडेंस कलेक्ट करने में किया जाता है. वैन्स के ऑपरेशनल होने की उम्मीद नवंबर तक है.


साइंटिफिक किट्स से लैस फॉरेंसिक वैन्स को लगातार अपडेट भी किया जाता है. फॉरेंसिक वैन में मौका ए वारदात पर ही एक्सपर्ट्स फिंगर प्रिंट एनालिसिस, बाल, बॉडी फ्लूइड और एक्सप्लोसिव को टेस्ट कर सकते हैं. वैन में सबूतों के खराब होने की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं. इससे पहले क्राइम सीन से जुटाए एविडेंस को लैबोरेट्री भेजा जाता था.


दिल्ली पुलिस के बेड़े में शामिल होंगी 15 नई फॉरेंसिक वैन्स 


लेकिन अब फॉरेंसिक वन में मौजूद किट से शुरुआती जांच को मौका ए वारदात पर ही कर लिया जाता है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक नई फॉरेंसिक लैब के अंदर डिजिटल इन्वेस्टिगेशन किट भी होगी. जिससे मौका ए वारदात पर मिले मोबाइल, लैपटॉप को रिट्रीव किया जा सकेगा. इस किट के जरिए तुरंत पता चल जाएगा कि डिवाइस से डाटा डिलीट किया गया है या नहीं. पुलिस का कहना है कि हत्या, चोरी और डकैती मामलों में फिंगरप्रिंट कलेक्शन के लिए किट का इस्तेमाल किया जायेगा.


बेड़े में फॉरेंसिक वैन्स के आने से दिल्ली पुलिस की जांच, सबूत इकट्ठा करने की क्षमता में सुधार होगा. क्राइम सीन पर इस्तेमाल के लिए हर वैन साइंटिफिक किट से लैस होगा. नए क्रिमिनल कानून लागू होने के बाद एफएसएल टीम की जिम्मेदारियां बढ़ गयी हैं.


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