Delhi Operation Milap: दिल्ली पुलिस के 'ऑपरेशन मिलाप' को बड़ी सफलता मिली है. शाहदरा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने अब तक कुल 311 गुमशुदा लोगों की तलाश कर परिजनों से मिलाया है. डीसीपी शाहदरा प्रशांत गौतम ने बताया कि ऑपरेशन मिलाप अभियान के तहत जनवरी 2024 से 15 दिसम्बर तक 118 नाबालिग लड़कियों, 86 नाबालिग लड़कों और 107 युवाओं को ढूंढ कर परिजनों तक पहुंचाया गया है. ढूंढे गए लोगों में से 183 शाहदरा, 128 अलग अलग हिस्सों से हैं.


शाहदरा डीसीपी के मुताबिक दिल्ली से 274 लोगों को तलाश किया गया. उत्तर प्रदेश से 20, बिहार से 04, हरियाणा से 04, मुंबई से 03. जम्मू और कश्मीर से 02, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और तेलंगाना से 1-1 बच्चे को बरामद किया गया. गुमशुदा लोगों के मिलने पर परिवार वालों की खुशी का ठिकाना नहीं है. उन्होंने दिल्ली पुलिस का धन्यवाद और आभार प्रकट किया है. डीसीपी ने बताया कि बरामद बच्चों में अलग अलग उम्र के थे. वहीं, 30 इनामी बच्चे और लोगों को भी बरामद किया गया. सभी पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने 20 हजार का इनाम घोषित किया था.


पुलिस ने लौटाई परिजनों के चेहरों पर मुस्कान


डीसीपी ने बताया कि पिछले आठ वर्ष से लापता 14 वर्षीय किशोर लखनऊ में मिला. 2018 से लापता 16 वर्षीय बच्ची तेलंगाना में पाई गई. दोनों को परिजनों से मिलाया गया. परिजन बच्चों के मिलने की उम्मीद खो चुके थे. गुमशुदा बच्चों के वापस मिलने पर परिजनों की मुस्कान लौट आयी. आंखों से निकलते आंसू खुशी को बयां कर रहे थे. ऐसे ही 8 साल बाद 8 वर्षीय लड़के को परिवार के सुपुर्द पुलिस की टीम ने किया. एक साल से लापता 14 वर्षीय किशोर को भी ढूंढ कर परिवार के हवाले कर दिया गया. कृष्णा नगर इलाके से चार बच्चे गुम हुए थे. बच्चों की उम्र 10 से 13 साल की थी.


चारों बच्चों को पुलिस ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से बरामद कर सुरक्षित परिजन के हवाले कर दिया गया. परिवार से मिलकर बच्चों के चेहरों पर भी मुस्कुराहट लौट आई. डीसीपी शाहदरा प्रशांत गौतम ने बताया कि एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम में एसीपी रमा शंकर गोतवाल, एएचटीयू के इंचार्ज इंस्पेक्टर सुरेंद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल अरुण, राजदीप शामिल थे. 


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