Wrestler Protest: दिल्ली: पांच महिला पहलवानों के बयान भी होंगे दर्ज, जांच के बाद पुलिस इस मुद्दे पर करेगी अंतिम फैसला
दिल्ली पुलिस 2 महिला पहलवानों के बयान पहले दर्ज करवा चुकी है. अब 5 और महिला पहलवानों के बयान दर्ज किए जाएंगे. जिसके लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन कर समय देने का अनुरोध किया है.
Delhi News: यौन शोषण के आरोप में भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर पर खिलाड़ियों का धरना 22 वें दिन भी जारी रहा. हालांकि इस मामले के आरोपी बृजभूषण शरण को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन अब पहलवानों का ये आंदोलन रंग लाता नजर आ रहा है और अब पुलिस भी हरकत में आती दिख रही है.
अब तक पुलिस, बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण करने का आरोप लगाने वाली एक नाबालिग पहलवान समेत 2 महिला पहलवान का ही पुलिस कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवा सकी है. अन्य पांच महिला पहलवानों के बयान अभी दर्ज नहीं हुए हैं. जिनके बयान अगले हफ्ते दर्ज कराए जा सकते है. इसके लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन कर समय देने का अनुरोध किया है.
मामले में बताई जा रही है 7 पीड़ित
मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक इस मामले का राजनीतिकरण हो जाने के कारण जांच में पुलिस बेहद सतर्कता बरत रही है. पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा व विशेष आयुक्त कानून व व्यवस्था सागर प्रीत हुड्डा हर दिन इस मामले की जांच के लिए गठित की गई कमेटी से जांच की प्रगति रिपोर्ट ले रहे हैं. एसआईटी निरंतर खेल मंत्रालय के भी संपर्क में है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मामले में 7 पीड़ित हैं, उनके द्वारा लगाए गए आरोप भी काफी पुराने हैं. पीड़ितों ने अलग- अलग जगहों पर सांसद पर यौन शोषण किए जाने का आरोप लगाए हैं, जिससे जांच टीम को सुबूत जुटाने के लिए कई राज्यों में जाना होगा. पुलिस का कहना है कि जांच में काफी लंबा वक्त लग सकता है. सभी के बयान दर्ज कराने व घटनास्थालों की जांच करने के बाद पुलिस निर्णय लेगी कि सांसद की गिरफ्तारी बनती है या नहीं.
2 बार दर्ज हो चुके है बृजभूषण के बयान
पुलिस के अनुसार बृजभूषण शरण सिंह के दो बार बयान कराए जा चुके हैं. उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत व राजनीति से प्रेरित बताया है. उन्होंने अपनी सफाई में सबूत के तौर पर कुछ वीडियो और मोबाइल डाटा पुलिस को जल्द सौंपने की बात कही है. एक महिला एडिशनल डीसीपी के नेतृत्व एसआईटी बनाई गई है.
सांसद और मंत्री कर रहे समर्थन
एक तरफ जहां अब पुलिस अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है, तो वहीं पहलवानों को हर वर्ग के लोगों से समर्थन भी मिल रहा है. पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने धरना स्थल पर शाम को प्रेस काफ्रेंस की. इस दौरान पहलवानों ने उनके समर्थन में सांसदों व मंत्रियों द्वारा जारी पत्र को दिखाया. उन्होंने बताया कि कुछ लोग धरने पर नहीं आ सके. इसके लिए वह पत्र भेजकर समर्थन दे रहे हैं.
पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायत ने निकाला कैंडल मार्च
वहीं जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में रविवार को पालम गांव में कैंडल मार्च निकाला गया. पालम 360 खाप के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि पिछले 21 दिन से देश का गौरव, वो बच्चे जिन्होंने देश का मान बढ़ाया जंतर-मंतर पर न्याय की उम्मीद लेकर बैठे हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों 360 गांवों की पंचायत में यह निर्णय लिया गया था कि दिल्ली के सभी 360 गांवों में खिलाड़ियों के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला जाएगा.
इसी कड़ी में रविवार को पालम गांव में कैंडल मार्च निकाला गया और जब तक इन बच्चों को न्याय नहीं मिल जाता पालम 360 के सभी गांव इन के साथ मजबूती से खड़े हैं. आने वाले दिनों में पालम 360 का एक प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति से मिलकर भी इस पूरे मामले में दखल करने की अपील करेगा, जिससे इन्हें न्याय मिल सके. इस दौरान सुखबीर सोलंकी, अजित सोलंकी, दीपक वशिष्ठ, साहब सिंह, धर्मभीर थोलेदार, संतराम प्रजापत, जगदीश मटियाला समेत कई अन्य लोग मौजूद रहे.
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