Delhi Politics: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मंगलवार शाम तक पद से इस्तीफा देंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री आवास में हुई विधायक दल की बैठक में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के लिए आतिशी के नाम का प्रस्ताव रखा और सभी ने सहमति जताई. आतिशी, अगले कुछ दिनों में दिल्ली की 8वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली आबकारी नीति मामले में जमानत पर बाहर आए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह पद से इस्तीफा दे देंगे.
दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल के पास एक अहम और शक्तिशाली पद है. साल 2012 में आम आदमी पार्टी के गठन के वक्त राजनीतिक दल के संयोजक निर्वाचित हुए अरविंद केजरीवाल अभी इस पद पर आसीन हैं. पार्टी के विस्तार, चुनाव में प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर और दल के तमाम अहम फैसलों की कमान अरविंद केजरीवाल के हाथों में होगी. हालांकि अरविंद केजरीवाल ये फैसले भी एक समिति की सलाह पर कर पाएंगे.
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नेशनल पॉलिटिकल अफेयर कमेटी का क्या है काम?
AAP में राष्ट्रीय स्तर पर तीन कमेटियां हैं इसमें - नेशनल काउंसिल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी और नेशनल पॉलिटिकल अफेयर कमेटी शामिल है. भारत निर्वाचन आयोग के पास दिए गए आम आदमी पार्टी के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय संयोजक, अपने सभी कर्तव्यों और शक्तियों का निर्वहन नेशनल पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की सलाह पर करेगा.
AAP के संविधान के अनुसार नेशनल पॉलिटिकल अफेयर कमेटी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो बैठकों के बीच सभी कार्यकारी कार्यों का निर्वहन करेगी. नेशनल पॉलिटिकल अफेयर कमेटी, राष्ट्रीय संयोजक को राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा गठित अन्य सभी टीमों और समितियों के कार्यों की देखरेख में सलाह और सहायता देगी.
बता दें दिल्ली आबकारी नीति मामले में अरविंद केजरीवाल 177 दिन जेल में रहे. इसमें से लोकसभा चुनाव के दौरान 21 दिन अंतरिम जमानत पर बाहर थे.