Manish Sisodia Attacks on Delhi LG: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) सरकार और उपराज्यपाल विनय सक्सेना (Vinai Saxena) के बीच तनातनी लगातार बढ़ती जा रही है. अभी कुछ घंटे पहले ही दिल्ली सरकार (Delhi Government) को विज्ञापन के मामले में लगभग 164 करोड़ रुपये की रिकवरी नोटिस का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने एलजी विनय सक्सेना पर आरोप लगाते हुए कहा है कि स्कूलों के शिक्षकों को फिनलैंड (Finland) में ट्रेनिंग के लिए भेजने वाले फैसले पर उन्होंने रोक लगा दी है.


दिल्ली के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच ट्विटर पर आए दिनों जुबानी जंग देखने को मिलती है. इस बीच डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को ट्वीट कर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना पर आरोप लगाते हुए लिखा, "एलजी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने पर भी रोक लगा दी है. सरकार ने 30 शिक्षकों की ट्रेनिंग का प्रस्ताव मंजूर करके एलजी के पास भेजा था. उनका कहना है कि देश में ही ट्रेनिंग करा लो."


सिसोदिया बोले- दिल्ली के बच्चों का हित नहीं चाहते एलजी


इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करते हुए यह भी कहा, "सर्विस विभाग पर असंवैधानिक कब्जा करके दिल्ली के बच्चों के हित में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के फैसले को पलट रहे हैं एलजी. दिल्ली के शिक्षा में आए बड़े बदलाव में शिक्षकों को मिली राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग का बहुत बड़ा योगदान रहा है."



शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए जाने से रोकना ठीक नहीं- सीएम केजरीवाल


डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के इस ट्वीट को सीएम अरविंद केजरीवाल ने रीट्वीट किया और लिखा, "दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को हम विदेशों में ट्रेनिंग के लिए भेजते रहे हैं. दिल्ली की शिक्षा क्रांति में इसका बड़ा योगदान रहा है. इन्हें विदेशों में ट्रेनिंग के लिए जाने से रोकना ठीक नहीं है." एक और ट्वीट में सीएम केजरीवाल ने कहा, "आपने मुझे विदेश जाने से रोका, कोई बात नहीं. पर शिक्षकों को तो फिनलैंड ट्रेनिंग के लिए जाने दीजिए. उन्हें तो मत रोकिए."


बीजेपी और आप में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी


आपको बता दें कि चुनावी दौर हो या फिर कोई सभा-आयोजन दिल्ली सरकार की ओर से खुद अपने शिक्षा मॉडल को दुनिया के सामने एक उदाहरण के तौर पर रखा जाता है. इसके अलावा विदेश के एक नामचीन समाचार पत्र में भी दिल्ली सरकार के शिक्षा मॉडल का जिक्र हुआ था, जिसको लेकर बीजेपी और आप में आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिला था. अब देखना होगा कि आरोप-प्रत्यारोप और सियासत को एक तरफ रखते हुए राजधानी की शिक्षा मॉडल को एक अच्छी दिशा कब तक मिलती है.


ये भी पढ़ें- Kanjhawala Dragged Case: जिस कार से हुआ था एक्सीडेंट, गुजरात की फॉरेंसिक टीम ने क्रेन से टांग कर ऐसे की जांच