Delhi Politics Latest News: दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से आप नेता मनीष सिसोदिया को जमानत​ मिलने के बाद से राष्ट्रीय राजधानी के सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई है. ये हलचल न केवल आम आदमी पार्टी की अंदरूनी राजनीति में बल्कि विरोधी दलों के नेताओं के बीच भी इसको लेकर सुगबुगाहट तेज है. फिलहाल, चर्चा ये है कि जेल से बाहर आने के बाद मनीष सिसोदिया फिर से दिल्ली सरकार में मंत्री बन सकते है.


इस मसले को मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने के बाद आप (AAP) सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की एक एक्स पोस्ट ने हवा दी है. उन्होंने अपने पोस्ट में कहा कि उन्हें बेल मिलने से मुझे खुशी हुई है. उम्मीद है, अब वो लीड लेकर सरकार को सही दिशा में लेके चलेंगे.


जानें- सौरभ भारद्वाज ने क्या कहा?


दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने अपने बयान में कहा कि मनीष सिसोदिया कैबिनेट में फिर शामिल होंगे. हमने पहले की कहा था कि उनकी जगह खड़ाऊँ रखकर काम करेंगे और जब वो लौटेंगे तो अपना काम संभालेंगे. आज की घटना ठीक वैसा ही है, जैसे कोई अगर नौकरी करते हुए किसी मामले में जेल चला गया. फिर जमानत पर बाहर आते ही वो अपनी नौकरी वापस शुरू करता है. दिल्ली में अब वही होगा.


आप नेताओं के बयानों से जो संकेत मिल रहे हैं, अगर वैसा ही हुआ तो क्या मनीष सिसोदिया को उन्हीं विभागों की जिम्मेदारी फिर से मिलेगी, जो उनके पास शराब नीति मामले में गिरफ्तारी और इस्तीफे से पहले तक थी? 


 18 विभागों के मंत्री थे सिसोदिया 


दरअसल, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सीएम अरविंद केजरीवाल सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने तक 18 विभागों के मंत्री थे. इस्तीफा देने के बाद ये विभाग सौरभ भारद्वाज, आतिशी, कैलाश गहलोत में बांट दिए गए थे. कुछ विभाग मंत्री राजकुमार आदंन को भी मिले थे, लेकिन अब वो न तो आप में हैं और न ही सरकार में. सत्येंद्र जैन के छह विभाग भी मनीष सिसोदिया के पास ही थे.  सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी से पहले तक मनीष सिसोदिया सीएम अरविंद केजरीवाल के बाद सरकार में सबसे ज्यादा प्रभावशाली नेता थे. 


मनीष सिसोदिया की तुलना अगर उस समय के हिसाब से केजरीवाल कैबिनेट के दूसरे मंत्रियों जैसे कैलाश गहलोत, गोपाल राय, इमरान हुसैन और राजकुमार आंनद से की जाए तो इन सभी मंत्रियों के पा जितने मंत्रालय थे उससे ज्यादा मंत्रालय अकेले सिसोदिया के पास थे. इन मंत्रियों के पास दो से तीन मंत्रालयों की ही जिम्मेदारियां थीं.


सीएम अरविंद केजरीवाल कैबिनेट से इस्तीफा देने से पहले मनीष सिसोदिया के पास जिन विभागों की जिम्मेदारी थी उनमें शिक्षा, वित्त, योजना, आबकारी, भूमि और भवन, सेवाएं, पर्यटन, कला-संस्कृति और भाषा, जागरूकता, श्रम और रोजगार, लोक निर्माण विभाग के अलावा स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण व जल विभाग शामिल थे. 


Manish Sisodia Bail: 'तानाशाही की भी...', मनीष सिसोदिया को जमानत​ मिलने के बाद AAP का बयान