Delhi Politics: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक तरफ विधानसभा का बजट सत्र जारी है तो दूसरी तरफ अप्रैल में नए मेयर का भी चुनाव होगा. अभी तक स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव भी नहीं हुए हैं. यही वजह है कि एमसीडी चुनावों के बाद BJP और AAP के बीच सियासी जंग नये सिरे से फिर शुरू हो गई है. एक तरफ AAP के कद्दावर नेता राघव चड्ढा ने BJP पर ऑपरेशन लोटस चलाकर सरकार को गिराने की साजिश का आरोप लगाया है तो दूसरी तरफ दिल्ली BJP के नेताओं का कहना है कि जब AAP को प्रचंड बहुमत का गुमान है तो फिर वो डरी क्यों हैं? आखिर उसे किस बात का डर सता रहा है.


दरअसल, AAP के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में दिल्ली सरकार के पास 62 और BJP के सिर्फ 8 विधायक हैं. इसके बावजूद विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाकर अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है. उनका दावा है कि BJP हमारे विधायकों को डरा-धमका रही है. उनकी ओर से AAP विधायकों को दो विकल्प दिए जा रहे हैं. पहला BJP ज्वाइन करो, दूसरा, नहीं तो मनीष सिसोदिया की तरह सीबीआई-ईडी से जेल में डलवा देंगे. उनका ये भी कहना है कि BJP ने जिस तरह से महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बहुमत की सरकार को गिराकर खुद की सरकार बनाई, वहीं कोशिश दिल्ली में रिपीट करने में पार्टी के नेता जुटे हैं. साल 2013 और 2015 में भी BJP ने ये कोशिश की थी, लेकिन मैं BJP वालों को कहना चाहता हूं कि उनकी कोशिश सफल नहीं होगी. 


'BJP दूसरों पर न फोड़े नाकामी का ठीकरा'


AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर एक और झूठा मुकदमा फीडबैक यूनिट की आड़ में हुआ. BJP कहती है कि सिसोदिया ने पीएम मोदी और BJP नेताओं की 2015 के बाद जासूसी करवाई. इस वजह से सीबीआई ने एक और केस उन पर दर्ज कर लिया. यदि 8 साल से जासूसी हो रही थी, इसकी भनक सीबीआई को नहीं हुई, तो ये BJP और उनकी तमाम एजेंसियों की काबिलियत पर सवाल खड़े करती है. ऐसा है तो एनआईए, रॉ और आईबी के बड़े अधिकारियों को सस्पेंड करें और जेल भेजें.


'सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाना BJP का हक'


इसके जवाब में दिल्ली BJP प्रवक्ता हरीश खुराना का कहना है कि AAP सरकार के घोटालों और भ्रष्टाचार के खिलाफ सदन में BJP को अविश्वास प्रस्ताव लाने का हक है. उन्होंने सवाल उठाते हुए पूछा है कि जब AAP बहुमत में है तो फिर डर क्यों लग रहा. साथ ही ये भी कहा कि सांसद राघव चड्ढा ने एफबीयू के एफआईआर को ठीक से पढ़ा ही नहीं है. इसमें कहीं नहीं लिखा कि एफबीयू प्रधानमंत्री का पीछा कर रही थी. 


बता दें कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले विपक्ष के नेता और BJP विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी की अध्यक्षता में पार्टी विधायकों की बैठक हुई थी. इसमें पार्टी विधायकों ने फैसला लिया था कि अरविंद केजरीवाल सरकार के दो मंत्री जेल चले गए हैं. सरकार पर कई घोटालों के आरोप हैं. अब दिल्ली सरकार के पास काम करने का नैतिक  नहीं है, इसलिए हमारी पार्टी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. इतना ही नहीं, बजट सत्र के पहले दिन BJP विधायकों ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की जानकारी आधिकारिक रूप से स्पीकर राम निवास गोयल को दी.


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