Delhi NCR Air Pollution: राजधानी दिल्ली प्रदूषण की समस्या से कराह रही है. ठंड शुरू होने से पहले हवा जहरीली हो गयी है. ग्रैप-3 की पाबंदियां भी शहर को प्रदूषण से मुक्ति नहीं दिला पा रही हैं. आसमान में धुंध की चादर देखी जा रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता और खराब हो गयी. शाम को वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया. वायु गुणवत्ता सूचकांक 441 होने से दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया.
ग्रैप-3 की पाबंदियों का भी प्रदूषण की रोकथाम पर असर नहीं दिख रहा है. वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. प्रदूषण बढ़ने से लोगों का सांस लेना दूभर होता जा रहा है. सरकार प्रदूषण की रोकथाम के लिए पानी का छिड़काव करवा रही है. निर्माण कार्यों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. ऐसे में समस्या कम होने के बजाय रोजाना बढ़ती जा रही है. दिल्ली से सटे राज्यों का भी हाल बेहाल है.
ग्रैप-3 की पाबंदियों का भी प्रदूषण पर नहीं पड़ रहा असर
उत्तर प्रदेश और हरियाणा के शहरों की हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग़ाज़ियाबाद में 300 पार कर वायु गुणवत्ता ख़राब श्रेणी पहुंच गयी. पानीपत, रेवाड़ी, रोहतक और सोनीपत जैसे शहरों का भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार बना हुआ है. ऐसे में लोगों को बाहर निकलने पर परेशानी हो रही है. आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायत के मामले सामने आने लगे हैं. प्रदूषण से बचाव के लिए लोगों ने मास्क का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. धुंध की चादर दोपहर में भी नहीं छंट रही है. राजधानी के अलग अलग इलाकों में विजिबिलिटी की भी समस्या सामने आ रही है.
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