'प्रदूषण की रोकथाम के लिए AAP सरकार...', मंत्री गोपाल राय की चिट्ठी पर बोले BJP अध्यक्ष
Delhi News: दिल्ली में प्रदूषण की समस्या पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. मंत्री गोपाल राय की लिखी चिट्ठी के बाद आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने हमला बोला.
Delhi Politics: दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी की सरकार पर हमला बोला है. आज (शनिवार) उन्होंने दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति पर अरविंद केजरीवाल सरकार से सवाल पूछे. बता दें कि शुक्रवार को मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने प्रदूषण से निपटने के लिये पर्यावरण आवश्यक कदम उठाने का सुझाव रखा. गोपाल राय ने आर्टिफिशियल बारिश के लिए एजेंसियों की बैठक बुलाने की मांग की.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए 38.22 करोड़ का फंड दिया. दिल्ली सरकार 10 करोड़ खर्च कर पाई. उन्होंने कहा कि प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार गंभीर नहीं है. फरवरी से डीपीसीसी की एक भी बैठक नहीं हुई.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार की तरफ से लगाये स्मॉग टॉवर्स को बड़ा घोटाला बताया. उन्होंने कहा कि हर साल दिल्ली के लोग सांस की बीमारी से जान गंवाते हैं. मंत्री गोपाल राय ने पराली जलाने से होने वाले नुकसान पर पंजाब के मुख्यमंत्री से बात नहीं की. उन्होंने आर्टिफिशियल बारिश की अनुमति के लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी लिख दी. चिट्ठी में मंत्री गोपाल राय ने आर्टिफिशियल बारिश से फर्क का डेटा सामने नहीं रखा.
दिल्ली के प्रदूषण की क्या है ताजा रिपोर्ट?
गौरतलब है कि दिल्ली के प्रदूषण पर लेटेस्ट रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक नागरिकों की उम्र 12 साल तक घट सकती है. शिकागो विश्वविद्यालय (ईपीआईसी) के ऊर्जा नीति संस्थान ने प्रदूषण की स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है. रिपोर्ट में दिल्ली को उत्तर भारत का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानदंड की तुलना में 1.8 करोड़ दिल्ली वाले औसतन 11.9 वर्ष जीवन प्रत्याशा खोने की राह पर हैं. भारतीय मानक के अनुसार, प्रदूषण का मौजूदा स्तर बरकरार रहने से लोगों की जीवन प्रत्याशा 8.5 वर्ष कम हो सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर भी है.
हालांकि, रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि भारत पीएम 2.5 (हवा में मौजूद 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास के कण) से जुड़े राष्ट्रीय मानदंड को पूरा करता है, तो दिल्ली के निवासियों की जीवन प्रत्याशा 8.5 वर्ष बढ़ सकती है. साथ ही, डब्ल्यूएचओ के मानकों को पूरा करने से दिल्ली में लोगों की जीवन प्रत्याशा लगभग 12 वर्ष बढ़ सकती है.
पीएम 2.5 श्वसन प्रणाली में गहराई तक प्रवेश कर श्वसन संबंधी समस्याओं को जन्म देता है. पर्यावरणविद् भवरीन कंधारी ने दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को चिंता का कारण बताया है. उन्होंने सरकार को प्रदूषण से निपटने के लिए धरातल पर काम करने की सलाह दी है. डीपीसीसी में खाली पड़े पदों पर भर्ती की जानी चाहिए. डीपीसीसी के मुताबिक स्मॉग टावर कुछ एरिया में ही काम करेगा. पूरी दिल्ली को कवर करने के लिए कम से कम 40 हजार स्मॉग टावर की जरुरत है.
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