Delhi Pollution: दिल्ली में बढ़ता वायु प्रदूषण चिंता का विषय बना हुआ है. बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने भी वायु प्रदूषण को लेकर हुई सुनवाई के दौरान केंद्र और दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए प्रदूषण नियंत्रति करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद आज दिल्ली सरकार द्वारा कंस्ट्रक्शन और ढांचों को ध्वस्त करने के काम पर फिर से रोक लगा दी गई है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को भी वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई.
आज से दिल्ली में निर्माण और ध्वस्त कार्य पर लगी रोक
इसी को देखते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि, “ पिछले 3 से 4 दिनों में प्रदूषण का स्तर कम हो रहा था, लेकिन आज फिर से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दिख रही है. इसके मद्देनजर आज से कंस्ट्रक्शन का काम रोका जा रहा है. साथ ही मजदूरों को आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है.
सरकारी कर्मचारियो के लिए सरकारी कॉलोनियों से प्राइवेट बसें चलेंगी
वहीं गोपाल राय ने कहा कि सरकारी कर्मचारियो के लिए सरकारी कॉलोनियों से प्राइवेट बसें चलाई जाएंगी. पास के मेट्रो स्टेशन से शटल बस सर्विस शुरू होगी, जिससे लोग मेट्रो से आएं और आसानी से दफ्तर पहुंचें. उनकी कॉलोनियों से भी बस सेवा शुरू की जाएगी, जिससे लोग अपने निजी वाहन से ना आएं.
27 नवंबर से दिल्ली में केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही मिलेगी एंट्री
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने यह भी घोषणा की कि 27 नवंबर से केवल सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को ही दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति होगी.इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली में अन्य सभी वाहनों के प्रवेश पर 3 दिसंबर 2021 तक प्रतिबंध रहेगा. बता दें कि मंत्री ने दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी.
दिल्ली में आज हवा की गुणवत्ता फिर से "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, 25 नवंबर को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता फिर से "बहुत खराब" श्रेणी में आ गई है. दिल्ली का ओवरऑल वायु गुणवत्ता सूचकांक भी 21 नवंबर को 280 से गिरकर आज 330 पर आ गया है.
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