Delhi Pollution: 26 अक्टूबर से 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' की होगी शुरुआत, आप MLA-पार्षद करेंगे लोगों को जागरुक
Delhi Air Pollution: दिल्ली सरकार का पर्यावरण विभाग 26 अक्टूबर से एक अभियान 'रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ' की शुरुआत करने जा रहा है. इस अभियान से दिल्ली के वायु प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
Delhi News: दिल्ली में सर्दियों के मौसम में बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से दिल्ली वासियों का सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है. इस प्रदूषण के कारण लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस की दिक्कत महसूस हो रही है. जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने ग्रुप 2 की पाबंदियों को सख्ती से लागू करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं लोगों से भी अपील की जा रही है कि वे इस प्रदूषण को कम करने में अपने स्तर पर भी योगदान दें. इसी कड़ी में दिल्ली सरकार का पर्यावरण विभाग 26 अक्टूबर से एक अभियान 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाकर इसे सफल बनाने और दिल्ली की वायु प्रदूषण को कम करने का प्रयास किया जा रहा है.
'रेड लाइट ऑन, इंजन ऑफ' अभियान
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को कम करने को लेकर किए जा रहे हैं उपायों को प्रभावी तरीके से लागू करने के उद्देश्य से आज 28 विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए ताकि दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके. पर्यावरण मंत्री ने इस बारे में एबीपी लाइव से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में 91 कंजेशन प्वाइंट्स की पहचान की गई है, जहां अनावश्यक प्रदूषण की वजह से लोगों को सांस लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इसे देखते हुए दिल्ली सरकार 26 अक्टूबर से 'रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ' मुहिम की शुरुआत कर रही है. इस अभियान के तहत दिल्ली के व्यस्त रेड लाइट पर सरकार के विधायक, पार्षद, RWA, इको क्लब और पर्यावरण मित्र के सदस्य, लोगों को इस अभियान के प्रति जागरूक बना कर रेड लाइट के दौरान इंजन को ऑफ करने के लिए प्रेरित करेंगे. जिससे अनावश्यक वायु प्रदूषण को रोका जा सके.
दिल्ली सरकार करेगी लोगों को जागरूक
उन्होंने कहा की रोजमर्रा की जिंदगी में हर इंसान प्रत्येक दिन 10 से 15 ट्रैफिक सिग्नल से गुजरता है, जहां रेड लाइट होने के बावजूद, आदत लोग गाड़ी के इंजन को ऑन ही रखते हैं. इस तरीके से हर दिन एक इंसान लगभग आधे घंटे तक ईंधन को अनावश्यक जलता है. जिससे न केवल वायु प्रदूषण फैलता है बल्कि ईंधन की भी बर्बादी होती है. इस अभियान से न केवल वायु प्रदूषण में कमी आ सकती है, बल्कि इससे लोगों के पैसे भी बचेंगे जो वे ईंधन को बेवजह जलकर बर्बाद कर देते हैं. उन्होंने कहा की हम अपनी आदतों में छोटे से बदलाव से पर्यावरण को बचाने में अपना सकारात्मक योगदान दे सकते हैं. यही वजह है की इस जागरूकता अभियान की शुरुआत की जा रही है और दिल्ली वासियों से अपेक्षा है कि वह इसमें सहयोग करेंगे.
डीटीसी को अतिरिक्त बसों को उतारने का निर्देश
बता दें, दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपायों को आजमा रही है. जिनमें से एक उपाय सड़कों पर निजी वाहनों को कम करना और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना है. ताकि लोग निजी वाहनों को छोड़कर ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल कर यात्रा करें. इसके लिए दिल्ली सरकार ने डीएमआरसी से कहा है कि वे मेट्रो के फेरे बढ़ाएं, जबकि डीटीसी को सड़कों पर अतिरिक्त बसों को उतरने का निर्देश दिया गया है. डीटीसी से कहा गया है कि वे निजी बसों को किराए पर लेकर ज्यादा से ज्यादा बस की सुविधा मुहैय्या करवाएं, ताकि लोगों को सार्वजनिक वाहन से यात्रा में असुविधा का सामना न करना पड़े और वे निजी वाहन की जगह सार्वजनिक वाहनों से यात्रा को तरजीह दें.
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