दिल्ली में कोयले की कमी से आ रही बिजली के संकट को लेकर दिल्ली सरकार ने केंद्र को एक लेटर लिखा था. जिस पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने जवाब देते हुए कहा था कि दिल्ली सरकार गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह कर रही है. वहीं केंद्रीय मंत्री के इस जवाब पर दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने अपने पत्र में जिन आंकड़ों का उल्लेख किया था, वे केंद्र द्वारा प्रबंधित राष्ट्रीय ऊर्जा पोर्टल के ही हैं. 


सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार को जवाब देते हुए कहा कि मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि दिल्ली के एनसीटी को बिजली की आपूर्ति करने वाले कुछ एनटीपीसी स्टेशनों के लिए मेरे पत्र दिनांक 28.04.2022 में उल्लिखित आंकड़े दैनिक कोयला रिपोर्ट पर आधारित थे जो भारत सरकार के राष्ट्रीय पावर पोर्टल से लिए गए हैं. बता दें कि दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते केंद्र को पत्र लिखकर दिल्ली को बिजली की आपूर्ति करने वाले एनटीपीसी बिजली संयंत्रों में कोयले के स्टॉक की जानकारी दी थी. 


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दिल्ली सरकार ने केंद्र से इन संयंत्रों को कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था. इस पत्र के जवाब में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा था कि दिल्ली सरकार गलत जानकारी के साथ जनता को गुमराह कर रही है. इसके साथ ही दिल्ली सरकार द्वारा गलत आंकड़ों से दहशत पैदा करने की कोशिश की गई. केंद्रीय मंत्री ने बताया था कि दादरी में 29 अप्रैल तक कोयले का स्टॉक 2,02,40,000 टन था, जबकि ऊंचाहार में यह 97,62,000 टन था और स्टॉक की दैनिक आधार पर भरपाई की जा रही है. दिल्ली में आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों के पास पांच से आठ दिनों के लिए कोयले का स्टॉक है.