Delhi: एक तरफ सफाईकर्मियों को नगर निगम की सौगात, दूसरी तरफ डीबीसी कर्मचारियों ने की अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा
डीबीसी कर्मचारियों के हड़ताल का असर दिल्ली में बढ़ रही मच्छर जनित बीमारियों पर भी पड़ सकता है क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में मलेरिया का पहला मामला रिकॉर्ड हो चुका है.
Domestic Breeding Checkers Strike in Delhi: दिल्ली नगर निगम चुनावों से पहले एक तरफ बीजेपी शासित एमसीडी नाराज कर्मचारियों को मनाने में लगी हुई है, वहीं तीनों निगमों के डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर (डीबीसी) कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है. डीबीसी कर्मचारियों का कहना है कि पिछले 26 वर्षों से तीनों निगमों में दिन रात काम कर रहे हैं. कोरोना काल के दौरान भी जान की परवाह किए बिना मेहनत और लगन के साथ काम किया, लेकिन कर्मचारियों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है. वर्षों से वादों के बावजूद वो पूरे नहीं हो रहे हैं.
डीबीसी कर्मचारियों ने सरकारी सहायता नहीं मिलने का लगाया आरोप
डीबीसी कर्मचारियों ने तीनों निगम के अलग-अलग जोन में पदाधिकारियों से मुलाकात की और अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा. कर्मचारियों का कहना है कि 1996 से अलग-अलग जोन में कर्मचारी डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, पीलिया, हैजा और पिछले 2 वर्षों से कोविड-19 का काम कर रहे हैं. इस दौरान कई साथी कर्मचारी जान गंवा बैठे हैं और कई रिटायर हो चुके हैं लेकिन कोई सुविधा सरकार की ओर से नहीं दी जा रही है. कोरोना की वजह से जान गंवानेवाले कर्मचारियों के परिवारों को भी सरकार या निगम ने कोई सहायता नहीं दी.
एंटी मलेरिया एकता कर्मचारी यूनियन का कहना है कि डीबीसी कर्मचारी मांगों के समर्थन में कई बार प्रदर्शन और हड़ताल कर चुके हैं. लेकिन निगम के अधिकारियों की ओर से हमेशा झूठा आश्वासन दिया जाता है. पिछले 26 वर्षों से कर्मचारियों का बुरा हाल है और तो और कोरोना महामारी की शुरुआत से ही कर्मचारी फ्रंट लाइन पर काम कर रहे हैं. लेकिन ना तो उन्हें और ना ही उनके परिवार को कोई सुविधा दी जा रही है. कर्मचारियों ने नौकरी पक्का करने और कोरोना महामारी में जान गंवानेवाले कर्मचारियों के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है.
हड़ताल से मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम हो सकती है प्रभावित
निगम चुनावों पर कर्मचारियों ने कहा कि तीनों निगम में करीब 4000 डीबीसी कर्मचारी हैं और सभी कर्मचारी मांग को पूरा करनेवाली पार्टी का समर्थन करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि मांगे पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे. कर्मचारियों के हड़ताल का असर दिल्ली में बढ़ रही मच्छर जनित बीमारियों पर भी पड़ सकता है क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में मलेरिया का पहला मामला रिकॉर्ड हो चुका है. ऐसे में डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर की बड़ी संख्या दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में घर-घर जाकर जांच करती है लेकिन सोमवार यानी 21 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं.
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