Delhi News: दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को आर्थिक सर्वेक्षण 2021-2022 रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के डेटा से पता चला है कि दिल्ली में पिछले 6 सालों के मुकाबले इस साल प्राइवेट स्कूलों में कम एडमिशन हुए हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में साल 2020-2021 में स्कूलों में एमडिशन लेने वाले 44.8 लाख छात्रों में से 17.82 लाख छात्रों का प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन था. इस साल कुल नामांकन में निजी स्कूलों की हिस्सेदारी 39.78 रही जो साल 2019-2020 में 42.65 थी.


हर साल प्राइवेट स्कूलो में पिछले छह सालों से नामांकन दर बढ रही लेकिन साल 2020-2021 में कोरोना महामारी के दौरान पहली बार यह दर घटी है. प्राइवेट स्कूलों में नामांकन साल 2014-2015 से लगातार बढ़ रहा था. जिसमें प्राइवेट स्कूलों के नामांकन का शेयर 2014-2015 में 30.52 फीसदी था. इसके बाद साल 2015-16 में  31.51% हो गया है, 2016-17) में 39.95%, 2017-18 में 41.70, 2018-19 में 42.56 और 2019-2020 में 42.65 प्रतिशत था.


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दिल्ली के स्कूलों में कुल नामांकन में आई गिरावट की वजह बच्चों के माता-पिता की आजीविका के नुकसान के कारण स्कूल की फीस का भुगतान करना भी है. क्योंकि महामारी के दौरान अधिकतर लोगों की नौकरी चली गई थी और इके साथ ही कई लोगों का बिजनेस भी बंद हुआ था. 


साल 2021-2022 में कुल नामांकन 44.79 लाख था, जो 2014-2015 के बाद सबसे अधिक और 2019-2020 में 44.76 लाख से अधिक है. वहीं प्री-प्राइमरी और प्राइमरी ग्रेड में नामांकन 2020-2021 में 21.08 लाख से घटकर 20.01 लाख हो गया, जबकि अन्य सभी ग्रेड स्तरों के लिए यह बढ़ गया.