Delhi News: लाहौरी गेट के पास ढहा घर, मलबे से बाहर निकाले गए दो लोग, 3 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Delhi Building Collapse: दिल्ली के लाहौरी गेट के पास गिरी बिल्डिंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बिल्डिंग के मलबे से दो और लोगों को बाहर निकाला गया है. इनकी मेडिकल कंडीशन की जानकारी नहीं मिल पायी है.
Delhi Lahori Gate Building Collapse: दिल्ली (Delhi) के पुराने इलाके में लाहौरी गेट (Lahori Gate) के पास भारी बारिश के कारण कल एक पुरानी इमारत गिर गई. इसमें कई लोगों को चोटें आयी हैं. कल से इस बिल्डिंग में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अभी तक नौ घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है. इस हादसे में अब तक 3 लोगों की मौत हो गई. वहीं दो और लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है. हालांकि इन लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी अभी नहीं मिल पायी है.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि लाहौरी गेट इमारत गिरने की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है. IPC की धारा 304ए, 336, 337, 338 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
क्या है मामला –
दिल्ली में कल से हो रही लगातार बारिश में लाहौरी गेट के पास पुरानी दिल्ली इलाके में एक बिल्डिंग ढ़ह गई. इस बिल्डिंग में कल से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है और धीरे-धीरे कई घायलों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है. कल तक जहां ये संख्या 9 थी वहीं ये आज बढ़कर 11 हो गई है. हाल ही में मलबे से दो लोगों को और बाहर निकाला गया है. इस बिल्डिंग के मलबे में दबकर एक चार साल की बच्ची की मृत्यु भी हो गई.
क्या कहना है अधिकारियों का –
इस बारे में सेंट्रल दिल्ली की डीसीपी श्वेता चौहान का कहना है कि, ‘यहां पुरानी इमारत बारिश के कारण गिर गई. इसमें कई लोगों को चोट आई है. 10 लोगों को हमने अपस्पताल भेजा है. जिसमें से एक चार साल की बच्ची की मृत्यु हो गई है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मलबा हटाया जा रहा है. एनडीआरएफ की 5 टीमें मौके पर हैं.’
क्या कहना है एनडीआरएफ कमांडर का –
घटना के विषय में एनडीआरएफ कमांडर, गौरव पटेल का कहना है कि, ‘एक बच्ची का शव और 9 घायलों को पहले निकाला गया था. हमारी टीम के द्वारा 2 और लोगों को निकाला गया है. उनकी हालत के बारे में जानकारी मेडिकल टीम द्वारा दी जाएगी. हम इस बारे में कुछ नहीं कर सकते.’
ये भी पढ़ें:
Delhi-NCR Weather: दिल्ली-एनसीआर में आज भी होगी बारिश? मौसम विभाग ने जारी किया ताजा अपडेट
Delhi Rain: दिल्ली में मौजूदा बारिश मानसून की नहीं, 2007 के बाद दूसरी बार सबसे अधिक वर्षा दर्ज