Delhi News: गाजीपुर नाले में फिसला मासूम का पांव, बचाने उतरी मां भी डूबी, दोनों की दर्दनाक मौत
Delhi Latest News: दिल्ली एनसीआर में बारिश के बाद नदी नाले उफान पर हैं. गाजीपुर स्थित एक नाले में ऊपर से पानी बह रहा है. इसकी वजह से यहां पर दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो लोगों की जान चली गई.
Delhi News Today: सरकारें कहीं की भी हों सिस्टम के लापरवाही की मार आम लोगों को ही झेलनी पड़ती है. बीते रोज केंद्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र के गाजीपुर इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जहां एक महिला अपने मासूम बच्चे के साथ नाले गिर गई. जिससे दोनों की मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, बुधवार (31 जुलाई) की रात करीब साढ़े सात बजे के आसपास ये हादसा हुआ. जब 23 साल की तनुजा नाम की महिला अपने 3 साल के बेटे प्रियांश के साथ प्रकाश नगर खोड़ा के गली नंबर 4 से जा रही थी.
मां और बेटे की दर्दनाक मौत
इसी दौरान खोड़ा कॉलोनी में एक जगह बारिश का पानी जमा होने के वजह से मासूम प्रियांशु खुले नाले में फिसल गया. पानी ज्यादा होने की वजह से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. बेटे को बचाने के लिए मां तनुजा ने नाले में छलांग दिया, जहां डूबने से दोनों की मौत हो गई.
इस घटना के बाद मौके पर अफरा तफरी मच गई. इस दर्दनाक हादसे के बाद पड़ोसी और परिवार वालों ने बारिश के समय नाले के सफाई को लेकर सवाल उठाए हैं. पीड़ित परिजनों ने प्रशासन से सवाल पूछा कि आखिर इसी मौसम में नालों की सफाई क्यों होती है.
जानकारी के मुताबिक, आसपास के लोगों ने दोनों को बचाने की पूरी कोशिश की. लेकिन कामयाब नहीं हो सके. जिसके बाद फायर विभाग और दिल्ली पुलिस की टीम मौके पहुंची. पुलिस ने मौके पर गोताखोरों की टीम को बुलाया. करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हादसे से महज कुछ दूरी मां और बेटे का शव मिला.
मासूम के चाचा ने क्या बताया?
इस घटना के बाद परिवार में मातम पसरा है. मृतक मासूम के चाचा भगवत सिंह नाला खुला छोड़ने और हादसे को लेकर प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से पानी नाले के ऊपर से बह रहा था, जिसकी वजह से नाला दिखाई नहीं दे रहा था और वो उस में गिर गए.
भगवत सिंह के मुताबिक, बुधवार की शाम 5 बजे के करीब मृतका तनुजा घर से मयूर विहार फेज 3 गई थी. उन्होंने बताया कि हर साल यही स्थिति रहती है, बारिश में नाला उफान मारने लगता है. पांच साल पहले तनुजा की शादी हुई है और वो साल 2018 से यहां रह रहे हैं.
'हर साल होते हैं ऐसे हादसे'
इलाके में रहने वाली मंजू देवी नाम की एक महिला ने कहा कि हमारा रोज का आना जाना है, किसी को मौके पर पता नहीं चलता है कि नीचे नाला है. मृतका के पड़ोसी बॉबी ने प्रशासन से सवाल करते हुए कहा, "हर बार यही दिक्कत होती है. नाला पहले भी साफ करवा सकते हैं पर यह सिर्फ बारिश के मौसम में ही साफ होता है. ये समझ से परे हैं.
मोहल्ले की रहने वाली प्रीति ने बताया कि हर साल बारिश में नाले का कुछ पता नहीं चलता है. प्रीति ने कहा कि ढककर रखेंगे तो ठीक रहेगा. उन्होंने कहा कि नाले की सफाई न होने से पानी भर जाता है. हम सब इसी तरफ से निकलते हैं. इस तरह के हादसे हर साल होते हैं, कभी कोई इंसान गिरता है तो कभी गाय गिर जाती है. नेता सिर्फ वोट के समय हाथ जोड़ते हैं.
दिल्ली और यूपी प्रशासन पर सवाल
एक अन्य पड़ोसी श्यामवीर सिंह दिल्ली और यूपी प्रशासन दोनों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस मामले में ना दिल्ली प्रशासन और न ही यूपी प्रशासन हमारी सुन रहा है. श्यामवीर सिंह ने कहा कि उनकी मदद यूपी पुलिस ने की है.
उन्होंने कहा कि प्रशासन यहां पर सिर्फ बारिश में काम करवाता है और 12 से 14 फीट गहरे गड्ढे की ठेकेदार उल्टी सीधी सफाई करके चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग यूपी में रहते हैं, लेकिन हमारा रास्ता दिल्ली में जाने का है. यह जानलेवा है पर हम लोग क्या करें?
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