दिल्ली में मंगलवार (23 अप्रैल) को मौसम में अचानक बदलाव आया. शहर में धूल भरी आंधी चली और बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत का अहसास हुआ. मौसम विभाग (IMD) ने कहा कि शाम को मौसम में अचानक बदलाव आया, अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी ने कहा कि तेज हवाएं बागवानी और खड़ी फसलों के लिए खतरा पैदा करती हैं. मौसम विभाग ने चेदावनी दी क कच्चे घरों को आंशिक या मामूली क्षति हो सकती है.
आईएमडी ने अनुमान जताया कि बुधवार (24 अप्रैल) को दिल्ली में आसमान में बादल छाए रहत सकते हैं और तेज हवाएं चल सकती हैं. मंलगवार को मौसम विभाग ने लोगों से अपील की कि वो घरों में ही रहें, खिड़कियों और दरवाजों सुरक्षित रखें और जरूरत न हो तो अनावश्यक यात्रा से भी बचें. लोगों से अपील की गई कि किसी जोखिम से बचने के लिए सुरक्षित जगह पर आश्रय लें और और पेड़ों के नीचे आने से बचें.
इसके साथ ही आईएमडी ने कहा कि अगले दो घंटों के भीतर पूरे दिल्ली और एनसीआर के आसपास के इलाकों में 40 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ धूल भरी आंधी, बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं.
बता दें कि इससे पहले आईएमडी ने दिल्ली में आंधी को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया था. आईएमडी की मानें तो इस पूरे हफ्ते में राजधानी में अधिकतम तापमान 38 से 41 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 23 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
क्या होता है रेड, येलो और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग की तरफ से जब येलो अलर्ट जारी किया जाता है तो इसका मतलब ये होता है कि मौजूदा स्थिति में कोई खतरा नहीं है लेकिन खतरनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. येलो अलर्ट लोगों को सतर्क करता है. वहीं रेड अलर्ट का मतलब साफ है कि स्थिति खतरनाक हो सकती है. रेड अलर्ट की स्थिति में लोगों को सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए आगाह किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट की स्थिति में अतिरिक्त सावधानी बरतनी होती है. ये येलो और रेड अलर्ट के बीच की स्थिति होती है.
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