दिल्ली में भारी बारिश से सड़कें लबालब, पानी भरने से ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ी, एयरपोर्ट पर टूटी छत
Heavy Rain in Delhi: पिछले कई दिनों से पानी की कमी से जूझ रही दिल्ली में अब पानी की वजह से ही समस्या खड़ी होती नजर आ रही है. दरअसल, बारिश से कई इलाकों में पानी जमा हो गया है.
Delhi Weather Today: उत्तर भारत में मानसून ने दस्तक के साथ ही बारिश का दौर शुरू हो गया है. गुरुवार देर रात तक दिल्ली व एनसीआर के इलाकों में जबरदस्त बारिश का दौर देखने को मिला. बारिश की वजह से दिल्ली की सड़कों पर जलजमाव हो गया है. इसी बीच मौसम विभाग ने 29 और 30 जून को दिल्ली में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में 27 जून रात साढ़े 8 बजे से 28 जून सुबह साढ़े पांच बजे तक 19 MM बारिश हो चुकी है. सफदरजंग में 154 मिमी औऱ पालम में 93 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में जलभराव
दिल्ली व एनसीआर के इलाकों में भारी बारिश के बाद जलभराव की स्थिति देखी गई. दिल्ली के मोती बाग, धौला कुआं, शांति पथ, मिंटो रोड, मूलचंद मार्ग. आईटीओ के अलावा नोएडा के सेक्टर 62 में सड़कों पर भारी पानी देखा गया. आईटीओ पर सड़क पर पानी जमा होने से भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति देखी गई. वहीं मिंटो रोड पर जमा पानी में एक ट्रक डूब गया. इसके अलावा समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक कार भी पानी में डूबी हुई दिखाई दे रही है.
#WATCH | Heavy overnight rainfall leaves several parts of Delhi waterlogged. Visuals from Mandawali area. pic.twitter.com/bSKeFgpTEJ
— ANI (@ANI) June 28, 2024 [/tw]
हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर गिरी छत
दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर छत गिरने से 6 लोग घायल हो गए. अग्निशमन निदेशक अतुल गर्ग ने इसकी जानकारी दी. शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर छत गिरने की सूचना मिली. जिसके बाद दमकल की 3 गाड़ियां मौके पर पहुंची. हादसे में 6 लोग घायल हो गए. जिन्हें अस्पताल ले जाया गया.
उमस भरी गर्मी से मिली राहत तो बारिश से खड़ी हुई आफत
राजधानी दिल्ली में मानसून की एंट्री से पहले गर्मी और उमस लोगों को सता रही थी. लेकिन अब भारी बारिश की वजह से परेशानी खड़ी हो रही है. बारिश से जगह-जगह जलजमाव हो गया है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा, छत गिरने से 6 लोग घायल, गाड़ियों को हुआ भारी नुकसान