Delhi Family Suicide Case: दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में हीरा लाल शर्मा नाम के शख्स और उनकी चार बेटियों की खुदकुशी हर किसी को सोचने के लिए मजबूर कर रही है. इस मामले में कई चौंकाने वाली बात सामने आई हैं. पड़ोसियों का कहना है कि हीरालाल जल्दी किसी से बात नहीं करता था. वो कारपेंटर का काम करता था लेकिन पिछले कई महीनों से काम पर नहीं जा रहा था. बेटियां भी घर से बहुत ही कम ही बाहर निकलती थीं.


सुसाइड करने वाली फैमिली के पड़ोसी रतन ने कहा, ''परिवार बहुत ही प्राइवेट तरीके से रहता था. हीरालाल किसी से बात नहीं करता था. हाल ही में, लगभग 10 बजे रात में मैंने देखा कि हीरालाल अपनी बेटियों को ऑटोरिक्शा में कहीं ले जा रहा था. कभी-कभी, वह पानी की टंकी की जांच करने के लिए छत पर जाता था. मुझे घटना के बारे में पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही पता चला.''


सुसाइड करने वाली फैमिली के पड़ोसियों ने क्या कहा?


टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक बगल के फ्लैट में रहने वाली रिंकी ने कहा कि फ्लैट से बाहर हीरालाल की बेटियां कम ही आती थीं. कभी-कभी मैंने उनकी आवाज़ें सुनीं जैसे कि कोई बहस चल रही हो, लेकिन उन्होंने कभी पड़ोसियों से बात नहीं की." 


करमबीर (66) ने कहा, "किरायेदार अपने काम के लिए जल्दी निकल जाते हैं और देर से लौटते हैं, इसलिए उन्हें यह जानने का मौका कम मिलता है कि उनके पड़ोस में क्या हो रहा है. जिस स्थान पर घटना घटी, दरवाजे के ठीक बाहर कुछ नींबू और एक लाल धार्मिक धागा मिला. जब पूछताछ की गई, तो स्थानीय लोगों ने कहा कि वे अब अपने घर से बाहर निकलने से भी डर रहे हैं.


बता दें कि दिल्ली के रंगपुरी इलाके में शुक्रवार (27 सितंबर) को पांच शव मिलने के बाद आस-पास के रहने वाले लोग स्तब्ध और भयभीत थे. इस इलाके में लगभग 300 घर हैं जिनमें लगभग 2,000 लोग रहते हैं, जिनमें अधिकतर किरायेदार हैं और सभी अलग-अलग क्षेत्रों में काम करते हैं. हीरालाल शर्मा की 4 बेटियां थीं. बताया जा रहा है कि ये सभी दिव्यांग थीं. मां की पहले ही मौत हो चुकी थी. फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.


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