(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi: पैदल चलने वालों के लिए नहीं है सुरक्षित, सड़क दुर्घटना में पिछले साल सबसे ज्यादा हुई मौत- रिपोर्ट
रात और दिन में भी सड़क हादसों की संख्या में काफी अंतर देखा गया. दिन के मुकाबले रात में ज्यादा हादसे हुए. दिन में सड़क हादसों में 561 लोगों की मौत हुई. रात में 1382 लोग हादसे का शिकार होकर घायल हुए.
Delhi Road Crash Report-2021: भारत की राजधानी दिल्ली पैदल चलनेवालों के लिए सुरक्षित नहीं है. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आंकड़े गवाही दे रहे हैं. पैदल चलनेवाले 2021 में सबसे ज्यादा सड़क हादसे का शिकार हुए. दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने शुक्रवार को ‘दिल्ली रोड क्रैश रिपोर्ट- 2021' जारी किया है. रिपोर्ट के मुताबिक अलग-अलग वाहनों की चपेट में आने से सर्वाधिक (41.15) फीसदी मौतें पैदल चलने वालों की हुई हैं. दूसरे नंबर पर दोपहिया वाहन चालकों की मौत है. दोपहिया वाहन चालकों की मौत का प्रतिशत 38.1 फीसद है.
दिन के मुकाबले रात में ज्यादा सड़क हादसे
रात और दिन में भी सड़क हादसों की संख्या में काफी अंतर देखा गया है. दिन के मुकाबले रात में ज्यादा हादसे हुए. दिन में सड़क हादसों में 561 लोगों की मौत हुई. रात में 1382 लोग सड़क हादसे का शिकार होकर घायल हुए. दिन में घायल होनेवालों की तादाद 2098 है. बीते एक साल में रात को 645 लोगों ने सड़क हादसे में जान गंवाई. रिपोर्ट के मुताबिक रात में पैदल यात्री ज्यादा सड़क दु्घटना का शिकार होते हैं. दिन और रात को मिलाकर कुल हुए हादसों में से 346 मौतें सिर्फ युवाओं की हुई है. मरनेवालों की उम्र 19 से 30 वर्ष थी और 18 युवतियों की भी मौत हुई.
महिलाओं की तुलना में पुरुषों की ज्यादा मौत
कुल मौत की संख्या में 10 साल से कम उम्र के 20 बच्चे और 7 बच्चियां शामिल हैं. आंकड़ों के मुताबिक सड़क हादसों में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की ज्यादा मौतें हुई हैं. बीते एक साल में कुल 4720 सड़क हादसे हुए. दिल्ली पुलिस ने सबसे ज्यादा होनेवाले सड़क हादसों के 10 हॉटस्पॉट की पहचान की गई है. रिपोर्ट सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने सड़क हादसों की रोकथाम के लिए ट्रैफिक को स्मूथ बनाने का फैसला किया है.