Delhi Crime News: रोहिणी (Rohini) में एक नवजात के अपहरण के करीब चार दिन बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने बच्चे को फरीदाबाद (Faridabad) से बरामद किया और मामले के सिलसिले में उसके पिता सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने कहा कि नवजात की चाची सहित दो आरोपियों ने कथित तौर पर मां के भोजन में नशीला पदार्थ मिला दिया और शिशु के सो जाने के बाद उसका अपहरण कर लिया.


पुलिस ने बताया कि बच्चे को बेचने वाले आरोपी के पास से अब तक पांच लाख रुपये बरामद किए जा चुके हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने आरोपी के पास से एक अज्ञात बच्चा भी बरामद किया है.


जानकारी के मुताबिक घटना के बारे में बीते शुक्रवार दोपहर 3.36 बजे एक पीसीआर कॉल की गई थी. 28 वर्षीय एक महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पांच दिन का बच्चा दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उनके घर से लापता हो गया था. डीसीपी (रोहिणी) प्रणव तायल ने कहा, 'मां ने हर जगह तलाशी ली लेकिन बच्चा कहीं नहीं मिला. हमने जांच के लिए टीमें भेजीं और अपहरण का मामला दर्ज किया. कई सीसीटीवी स्कैन किए गए और हमने पाया कि दो महिलाएं लापता बच्चे को घर के बाहर ले जा रही थीं.


बच्चे को बेचना चाहता था पिता


इंस्पेक्टर राजीव रंजन के नेतृत्व में एक टीम ने महिला की पहचान बच्चे की 30 वर्षीय चाची के रूप में की, जो इलाके में किराने की दुकान चलाती है. पुलिस ने कहा कि उससे पूछताछ की गई और उसने कबूल किया कि उसने अपने स्टोर पर मिली एक अन्य महिला की मदद से बच्चे का अपहरण किया था. पुलिस ने कहा कि दोनों 'आसान पैसा' कमाना चाहते थे, और बच्चे के पिता को भी शामिल किया था.


अधिकारी ने बताया कि पिता अपने व्यवसाय में घाटे का सामना कर रहे थे और पैसे कमाने के लिए अपने बच्चे को बेचना चाहते थे. उन्हें करीब एक लाख रुपये का भुगतान किया गया था. योजना के अनुसार, एक आरोपी ने प्रसव के बाद बच्चे की मां को अपने घर पर रहने के लिए आमंत्रित किया. वहां, उसने मां को नशीला पदार्थ दिया और बच्चे का अपहरण कर लिया.


नर्सिंग की किताब में दहेज के फायदे बताए जाने पर शुरू हुआ विवाद, महिला आयोग ने की कार्रवाई की मांग


आईवीएफ क्लीनिक का कर्मचारी भी लपेटे में


पुलिस ने कहा कि लापता बच्चे को बरामद करने के लिए, उन्होंने एक आरोपी महिला को उसके आवास से गिरफ्तार किया और नोएडा के एक आईवीएफ क्लिनिक में गए. उन्होंने पाया कि महिलाएं अपने सहयोगी के साथ एक क्लिनिक गई थीं जहां उन्होंने कथित तौर पर बच्चे को उसके कर्मचारियों को दिया था.


डीसीपी ने बताया कि मौसी समेत तीनों महिलाओं को 50-50 हजार रुपये की पेशकश की गई. हम क्लिनिक गए और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया. उससे पूछताछ की गई. हमने पाया कि उनका एक सहयोगी क्लिनिक में सलाहकार के रूप में काम करता है और उन सभी जोड़ों का रिकॉर्ड रखता है जो गर्भ धारण नहीं कर सकते हैं. आगे की पूछताछ में, कर्मचारी ने खुलासा किया कि बच्चा फरीदाबाद में था.


Delhi MCD Unification Bill: दिल्ली MCD एकीकरण बिल पास होने पर आप नेता संजय सिह का तंज- नाम बदलकर रख दें 'केजरीवाल फोबिया बिल'