(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
एजेंट IRCTC को लगा रहे चूना! सॉफ्टवेयर के जरिये 30 सेकेंड में करते हैं ट्रेन टिकटों की बुकिंग फिर...
Indian Railways: आरपीएफ ने पिछले एक साल के दौरान 147 एजेंटों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. एजेंट अवैध तरीके से टिकट बुककर यात्रियों को ऊंची कीमत पर बेचते हैं.
Delhi News: रेलवे में कंफर्म टिकटों की कालाबाजारी का बड़ा खुलासा हुआ है. आरपीएफ सूत्रों ने बताया कि ट्रेन टिकटों की कालाबाजारी गर्मियों की छुट्टियों और त्योहारों के समय में काफी बढ़ जाती है. दिल्ली समेत देश भर में फैले एजेंट सॉफ्टवेयर के माध्यम से टिकटों को बुककर ऊंची कीमत पर बेचते हैं. इसमें शामिल एजेंट आईआरसीटीसी को बड़ा नुकसान पहुंचाते हैं. एजेंट को महज 30 सेकंड का समय ट्रेन का टिकट बुक करने में लगता है.
आरपीएफ ने अवैध तरीकों से टिकट बुक करने वालों के खिलाफ अभियान चला रखा है. इस वर्ष अब तक 147 एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता चला है कि एजेंट टिकट बुक करने के लिए रेड मिर्ची, तत्काल अड्डा जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं. सॉफ्टवेयर की खरीदारी मैसेजिंग एप टेलीग्राम के माध्यम से करीब दो हजार रुपये में की जाती है. 15 से 20 दिन इस्तेमाल करने के बाद दोबारा सॉफ्टवेयर को खरीदना पड़ता है. सॉफ्टवेयरों के जरिये एजेंट विंडो खुलने से पहले यात्री की पूरी जानकारी फॉर्म में भर देते हैं.
एजेंट लगा रहे आईआरसीटीसी को चूना
रेलवे की बुकिंग शुरू होने के साथ एजेंट सीधे पेमेंट पेज पर पहुंच कर टिकट कंफर्म कर लेते हैं. इस तरह बुक किये गए एक टिकट पर एजेंट 300 से हजार रुपये तक की अतिरिक्त राशि वसूलकर आईआरसीटीसी को नुकसान पहुंचाते हैं. सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल खास तौर पर तत्काल बुकिंग के दौरान किया जाता है. आईआरसीटीसी को शुल्क देने से बचने के लिए निजी आईडी का भी एजेंट इस्तेमाल करते हैं. एक निजी आईडी से महीने में 12 टिकट तक बुक की जा सकती है. पकड़े गए गए आरोपियों के 50-60 तक निजी आईडी होने का पता चला है. सूत्रों ने बताया कि टिकट एजेंट को पकड़ने के लिए आरपीएफ भी सॉफ्टवेयर की मदद ले रही है. किसी भी ट्रेन की बुकिंग का डाटा लेकर एजेंट की जांच की जाती है.
ये भी पढ़ें-
Delhi News: दिल्ली में तिहाड़ जेल के बाहर बीजेपी ने जमकर किया विरोध-प्रदर्शन, जानें क्या है वजह?