Delhi: सीलिंग के विरोध में सदर बाजार के दुकानदारों ने मनाया 'काला दिवस', काले कपड़े पहनकर निकाली बाइक रैली
Delhi News: सदर बाजार के दुकानदारों का कहना है कि वे लोग बाइक रैली निकाल कर बेसुध जनप्रतिनिधि और नौकरशाहों को जगाने की कोशिश कर रहे हैं.
Delhi Traders Protest: हर साल करोड़ों का टैक्स देकर देश की अर्थव्यवस्था को थामने वाले दिल्ली सदर बाजार के व्यापारी पिछले एक महीने से अपना कारोबार छोड़कर धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं. सदर बाजार में 20 दुकानों को सील करने और एमसीडी अधिकारियों द्वारा दुकानदारों को परेशान करने की वजह से व्यापारियों को प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इसके बावजूद अब तक ना तो किसी अधिकारी ने इनकी समस्याओं पर ध्यान दिया और ना ही किसी जनप्रतिनिधि ने इनकी परेशानियों की सुध ली है. जनप्रतिनिधियों और नौकरशाहों के इस उदासीन रवैये को देखते हुए अब कारोबारियों ने बाइक रैली निकाल कर बेसुध प्रशासन और शासन को जगाने की कोशिश की है.
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा और अध्यक्ष राकेश यादव के नेतृत्व में कार्यवाहक अध्यक्ष चौधरी योगेंद्र सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव छाबड़ा, महासचिव सुरेंद्र भारती, राजिंदर शर्मा, सतपाल सिंह मंगा, कमल कुमार और दीपक मित्तल सहित सैकड़ों दुकानदारों ने 'काला दिवस' मनाते हुए मिठाई पुल से आजाद मार्केट, बहादुरगढ़, 12 टूटी चौक, सदर बाजार, कुतुब चौक होते हुए वापस धरनास्थल यानी मिठाई पुल तक बाइक रैली निकाली. इस दौरान दुकानदारों ने काले कपड़े और काले पट्टे पहनकर काला दिवस मनाया. इतना ही नहीं, एमसीडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बता दें कि दुकानदारों में सीलिंग के प्रति काफी रोष है, जो दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा है.
चुनाव के पहले दिया था ये आश्वासन
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा और अध्यक्ष राकेश यादव ने abp live की टीम को जानकारी देते हुए कहा कि बड़े दुख की बात दिल्ली की जनता और व्यापारियों की समस्याओं की अनदेखी कर राजनीतिक पार्टियां आपसी तनातनी में लगी हुई हैं. जबकि चुनाव से पहले सियासी दलों ने व्यापारियों से वादा किया था कि दिल्ली में कोई भी सीलिंग नहीं होगी. जिन दुकानों को सील किया गया है उन्हें डीसील किया जाएगा. मगर चुनाव पूरा होते ही देश के सबसे बड़े कॉमर्शियल मार्केट में सीलिंग की कार्रवाई हुई और लगातार विरोध के बाद भी इसे लेकर सब उदासीन बने हुए हैं.
अब सड़क पर चक्का जाम की तैयारी
परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि दुकानदारों में काफी रोष है. दुकानों को अब तक डीसील नहीं करने से सियासी दलों के नेताओं को कारोबारियों की परवाह नहीं है. ऐसे में अगर अब जल्दी ही दुकानों को डीसील नहीं किया जाता है तो सभी दुकानदार सड़क पर उतरकर चक्का जाम करेंगे. बाइक रैली में शामिल दुकानदारों राजिंदर शर्मा और सतपाल सिंह मंगा ने कहा कि दुकानदारों को उम्मीद की कोई आस नजर नहीं आ रही है. ये हालात उस समय हैं जब उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, एमसीडी कमिश्नर सहित कई अधिकारियों से मिलकर दुकानदार लिखित शिकायत कर चुके हैं. अपने पक्ष में जरूरी दस्तावेज भी जमा कर चुके हैं. दिन पर दिन दुकानदारों की आर्थिक स्थित खराब हो रही है. रोजमर्रा के खर्चो को भी उठाने में दुकानदार असमर्थ हैं. बता दें कि पिछले महीने एमसीडी ने सदर बाजार के 20 दुकानों को ये कहते हुए सील कर दिया था कि उनकी दुकानें रेशिडेंसियल एरिया में पड़ती हैं. दूसरी तरफ व्यापारियों का कहना है कि सदर बाजार का 95 प्रतिशत एरिया कॉमर्शियल है. इसलिए एमसीडी की कार्रवाई अनुचित है. इसके अलावा व्यापारियों ने ये भी आरोप लगाया कि उन्हें दुकानों को सील करने के पहले उन्हें नोटिस नहीं दिया गया. सीलिंग के दौरान उन्हें बिल्कुल भी समय नहीं दिया गया, जिससे वो एमसीडी अधिकारियों से कुछ बात कर पाते.
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