Delhi Mid Day Meal: छात्रों की गूंज से लौटी स्कूलों में रौनक, मिड-डे मील के लिए अभी करना होगा इंतजार, जानें वजह
दिल्ली में दो साल के लंबे इंतजार के बाद छात्र-छात्राओं के लिए सभी कक्षा के स्कूल्स खुल तो गए हैं लेकिन मिड-डे मील की सेवा शुरू होने में अभी वक्त लगेगा.
Delhi Government Schools: दिल्ली में दो साल के बाद 14 फरवरी से सभी कक्षाओं के स्कूल फिर से खुल तो गए हैं लेकिन छात्र-छात्राओं को मिड-डे मील के लिए अभी इंतजार करना होगा. दिल्ली के सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, एनडीएमसी, दिल्ली कैनटोनमेंट बोर्ड, म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन स्कूल्स में कुल 16.05 लाख स्टूडेंट्स हैं जिन्हें अभी मिड-डे मील सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है. इन सभी छात्रों को वर्तमान में सरकार द्वारा ड्राई राशन किट्स मिड-डे मील की जगह दिया जा रहा है.
मिड-डे मील के शुरू किए जाने के मामले पर दिल्ली सरकार के अधिकारी ने सोमवार को कहा, "फिलहाल स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति है और अगर मध्याह्न भोजन देना शुरू किया जाता है तो सभी 100 फीसदी छात्रों को उसका लाभ नहीं मिलेगा. जैसे ही 100 फीसदी उपस्थिति दर्ज होगी, स्कूलों में पका हुआ मध्याह्न भोजन दिया जाने लगेगा."
इन कक्षाओं के छात्रों को मिलती है ये सेवा
कक्षा आठ तक के छात्र-छात्राओं को मिड-डे मील स्कीम के तहत स्कूलों में मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाता है. कोरोना की वजह से मार्च 2020 से दिल्ली में स्कूलों के बंद रहने की वजह से ये सेवा बंद है. इसके बदले छात्रों को ड्राई राशन किट दिया जा रहा है.
इतने सालों से बंद थे दिल्ली के स्कूल
बताते चलें कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के मामले में लगातार कमी आने के बाद दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी के निर्देश पर स्कूलों को हाल ही में खोला गया है. स्कूलों के बंद रहने के दौरान यहां छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से कराई जा रही थी.