Delhi Thunderstorm: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में पिछले चार साल में आए सबसे गंभीर तूफान ने सोमवार की शाम तबाही मचायी और 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं ने सड़कों को पेड़ों की टूटी हुई टहनियों से पाट दिया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में नौ जून, 2018 के बाद आया यह सबसे गंभीर तूफान है. उस दौरान पालम में हवा की गति 104 किलोमीटर प्रतिघंटा मापी गयी थी. गौरतलब है कि पिछले सोमवार को भी दिल्ली में मध्यम दर्जे का तूफान आया था.


तापमान में आई गिरावट
तूफान के कारण तापमान में काफी कमी आयी है और सफदरजंग वेधशाला (Safdarjung Observatory) के अनुसार, शाम 4:20 बजे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था जो शाम 5:40 बजे गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस रह गया. सफदरजंग, लोधी रोड और रिज में क्रमश: 17.8 मिमी, 20 मिली और 15 मिमी दर्ज किया गया. तूफान का सबसे ज्यादा असर पूर्वी और मध्य दिल्ली में हुआ है जहां सड़कें पेड़ों की टूटी हुई टहनियों से भरी पड़ी हैं.


Char Dham Yatra 2022: PM मोदी की अपील का दिखा असर, केदारनाथ में लोगों ने चलाया सफाई अभियान


काफी नुकसान हुआ
शहर में विभिन्न जगहों से लोगों ने सूचना दी है कि तेज हवाओं के कारण बिजली और इंटरनेट की तारें टूट गई हैं. गंभीर तूफान से पुराने और संवेदनशील भवनों और निर्माणाधीन भवनों को नुकसान पहुंचा है. तूफान के कारण जामा मस्जिद के गुंबद के ऊपर लगा पीतल का छोटा गुंबद टूट गया. दिल्ला हवाई अड्डे पर कम से कम पांच उड़ानों का रास्ता बदलना पड़ा और 70 उड़ानों में देरी हुई. तूफान के कारण शहर में कई जगहों पर भीषण जाम भी लग गया.


Delhi NCR Rain: दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी के साथ हुई जोरदार बारिश, कई इलाकों में गिरे पेड़