(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Delhi News: शाही इमाम ने शब-ए-बरात पर नौजवानों से की ये खास अपील, जानिए उन्होंने क्या कहा
Shab-e-Barat: जामा मस्जिद के शाही इमाम ने शब-ए-बरात पर नौजवानों से शोरशराबे और करतब से बचने की अपील की है, उन्होंने कहा कि इस पवित्र मौके उन्हें घर या पास के मस्जिद में जाकर इबादत करनी चाहिए.
Delhi Shab-e-Barat: दिल्ली (Delhi) जामा मस्जिद (Jama Masjid) के शाही इमाम मौलाना सैय्यद अहमद बुखारी (Shahi Imam Maulana Syed Ahmed Bukhari) ने शब-ए-बारात (Shab-e-Barat) के अवसर पर लोगों से, सड़को पर करतब दिखाने और शोरगुल से बचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि, "पवित्र शब-ए-बरात 18 मार्च बरोज जुमा को होगी. आमतौर पर देखा गया है कि, इस पवित्र रात युवा मोटरबाइक पर घूमते हुए हुड़दंग मचाते हैं, सड़कों पर करतब दिखाते हैं. शाही इमाम ने कहा कि, "उन्हें ऐसा ना करके इस पवित्र रात में अपने घरों या पास की मस्जिदों में जाकर इबादत करें."
यह अमल इस्लाम और कानून दोनों के है खिलाफ
शब-ए-बारात पर शोरगुल और करतब दिखाते हुए, कई दुर्घटनायें हुई हैं. इन दुर्घटनाओं में कई युवा गंभीर रूप से घायल हुए हैं, तो कईयों ने अपनी जान भी गई हैं. ऐसी घटना से बचने के लिए शाही इमाम ने लोगों से अपील की है. उन्होंने कहा कि, "यह अमल इस्लाम और कानून दोनों के खिलाफ हैं. लिहाजा मेरी उन नौजवानों के मां-बाप और इलाके के जिम्मेदारन से अपील है कि, वह अपने बच्चों और नौजवानों से ऐसी हरकतें करने से रोकें."
क्या होता है शब-ए-बारात पर
देश में इस बार 17 और 18 मार्च की दरमियानी रात को शब-ए-बारात का त्योहार मनाया जाएगा. इस मौके पर करोड़ों मुसलमान रातभर अपने घरों और मस्जिदों में इबादत करते हैं. शब-ए-बारात को इबादत का त्योहार भी कह सकते हैं. इस रात में मुसलमान अपने रिश्तेदारों और दोस्तों की कब्रों पर जाकर उनके लिए दुआएं करते हैं. साथ ही अपने गुनाहों से तौबा भी करते हैं.
शब-ए-बारात के मौके पर कई मुसलमान दो दिनों तक रोज़ा भी रखते हैं. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, शाबान महीने की 15वीं तारीख को शब-ए-बारात मनाई जाती है.
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