Farmers Protest: एक बार फिर किसान आंदोलन तेज हो सकता है. शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) से जुड़े हुए अलग-अलग प्रदेशों के लीडर्स ने चल रहे आंदोलन को बड़ा करने की चेतावनी दी है. किसानों की मांग सरकार से एमएसपी पर गारंटी और स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की है. नेताओं ने बताया कि 200 दिनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन चल रहा है. 26 नवंबर को जगजीत सिंह दल्लेवाल अनशन पर बैठने वाले हैं.


अनशन की वजह से जान गंवाने पर जगजीत सिंह दल्लेवाल का अंतिम संस्कार नहीं होगा. फिर कोई दूसरा लीडर आमरण अनशन पर बैठ जाएगा. आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा (एनपी) और किसान मजदूर मोर्चा शामिल है. संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 दिसंबर को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है.


सरकार से किसानों की मांग एमएसपी की गारंटी, स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू करने की है. हरपाल सिंह ने कहा कि अब लड़ाई आर पार की होगी. उन्होंने कहा कि किसान मुद्दों के लिए आंदोलन कर रहे हैं.


एक बार फिर किसानों ने सरकार की बढ़ाई टेंशन


उन्होंने सरकार से किसानों की मांग मानने की अपील की. बता दें कि पहले भी तीन सौ दिनों से ज्यादा किसानों का आंदोलन हो चुका है. आंदोलन की वजह से सरकार कृषि कानून बिल वापस लेने को मजबूर हुई. किसान नेताओं ने कहा कि अभी प्रदर्शन सिर्फ दो बॉर्डर्स पर हो रहा है.


सरकार की तरफ से मांग नहीं माने जाने पर किसानों का जत्था दिल्ली की ओर कूच करेगा. उन्होंने कहा कि देश भर में 26 नवंबर से किसान प्रदर्शन करेंगे. साउथ इंडिया से आए नेताओं ने कहा कि हर कलेक्टर दफ्तर के बाहर भी प्रदर्शन होगा. उन्होंने कहा कि आज देश का किसान परेशान है. सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए. किसान नेताओं ने सरकार से मांग मानने की अपील की है.


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