Delhi News: दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा आदर्श नगर की श्रीराम बस्ती में डेमोलिशन के लिए नोटिस भेजे जाने के बाद से यहां के लोग में बेघर होने का डर से घुट घुटकर जीवन जी रहे हैं. इस डर की वजह से गरीब और मध्यम वर्गीय लोग न तो खा पा रहे हैं और न ही सो पा रहे हैं. लोगों का कहना है कि कुछ दिनों पहले भी आदर्श नगर की एक बस्ती को उजड़ा गया था. जहां लोग पांच-दस वर्षों से नहीं बल्कि 60 वर्षों से भी ज्यादा समय से रह रहे थे.
लोगों का कहना है कि अब एक बार फिर से उसी इलाके की दूसरी बस्ती में डीडीए का बुल्डोजर चलने वाला है. जबकि यहां रह रहे लोगों का कहना है कि उनके घरों के पुरे दस्तावेज उनके पास हैं. फिर भी डीडीए उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में है.
जहां एक तरफ यहां के लोग डीडीए की झुग्गियों को हटाने के नोटिस को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने भी इसे लेकर एक बार फिर से केंद्र की बीजेपी सरकार और केंद्र शासित डीडीए को आड़े-हाथों लिया है. आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि बीजेपी की डीडीए ने फिर दिल्ली की झुग्गियों को उजाड़ने का नोटिस भेजा है.
दरअसल, आदर्शनगर की श्रीराम बस्ती में जहां लोग 20 से 25 सालों से रह रहे हैं. उनके पास सभी जरूरी दस्तावेज होने के बावजूद डीडीए ने बस्ती को तोड़ने का नोटिस भेजा है. उन्होंने कहा कि इससे कुछ दिनों पहले भी आदर्श नगर की एक और बस्ती को उजाड़ा गया, जहां लोग पिछले 60 सालों से रह रहे थे.
वादा कर गरीबों को बेघर न करे बीजेपी
दुर्गेश पाठक ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी "जहां झुग्गी वहां मकान" का वादा कर गरीबों को बेघर कर रहे हैं. लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगे. वहीं, श्रीराम बस्ती की निवासी कमलेश ने रोते हुए कहा कि "जबसे हमें नोटिस मिला है, हमने रोटी का एक टुकड़ा नहीं खाया है. हम बहुत गरीब लोग हैं, हमारे पास रहने का कोई और ठिकाना नहीं है. हमारे छोटे-छोटे बच्चे हैं, हम बेघर हो जाएंगे। कृपया हमें जीने दीजिए."
दिल्ली वालों को गरीबों से दुश्मनी है क्या?
आप के वरिष्ठ नेता और राजेंद्र नगर के विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गरीबों के साथ होने का दावा करते हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें दिल्ली वालों और गरीबों से कोई दुश्मनी है. उन्होंने कहा कि यहां के ज्यादातर लोग रेहड़ी लगाकर, दूसरों के घर में काम करके अपना गुजारा करते हैं. वे पिछले कई बर्षों से यहां रह रहे हैं लेकिन पीएम मोदी इनके आशियाने को उजाड़ना चाह रहे हैं. कुछ दिनों पहले आदर्शनगर की एक और बस्ती को उजाड़ दिया गया, जहां लोग पिछले 60 सालों से रह रहे थे.
लोगों के घरों पर नहीं चलने देंगे बुलोडजर
उन्होंने कहा कि बीजेपी और केंद्र सरकार आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कितनी भी नफरत करे, लेकिन उन्हें इस स्तर पर नहीं जाना चाहिए. उनका कहना है कि अगर वे गरीबों को कुछ नहीं दे सकते हैं तो उनसे कुछ छीने भी नहीं. लेकिन अगर फिर भी बीजेपी और केंद्र सरकार अपना बुलडोजर श्रीराम बस्ती भेजती है, तो वे बुलडोजर के आगे मिलेंगे. किसी भी हाल में आप उनके घरों को टूटने नहीं देगी.
AAP श्रीराम बस्ती वालों के साथ
बता दें कि में आदर्शनगर के धीरपुर की पार्षद नेहा अग्रवाल ने कहा कि श्रीराम बस्ती में 250 से 300 परिवार रहते हैं. जिन्हें बेघर करने का नोटिस डीडीए ने भेजा है. जबकि सीएम केजरीवाल ने वहां पानी-बिजली की समस्या खत्म की. डीडीए के इस नोटिस के कारण बस्ती वालों को बहुत परेशानी हो रही है. इससे पहले आजादपुर पुलिस स्टेशन के पीछे हजारों झुग्गियों को तोड़ दिया गया. लेकिन आम आदमी पार्टी श्रीराम बस्ती वालों के साथ खड़ी है. हम इस अतिक्रमण को रोकने के लिए उनके आगे खड़े रहेंगे.
पाठक का आरोप
वहीं, आप के इस आरोपो पर पलटवार करते हुए दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि दुर्गेश पाठक एक संवेदनहीन विधायक हैं, जिन्होंने विपक्षी नेता के रूप में पूर्ववर्ती बीजेपी शासित एमसीडी पर हमेशा बेबुनियाद आरोप लगाए और अब जब दिल्ली सरकार और एमसीडी दोनों आम आदमी पार्टी के साथ हैं तो वह फिर भी झूठ के मैदान में हैं और अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए भाजपा पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं.
कपूर ने कहा है कि सीवर की सफाई का काम दिल्ली जल बोर्ड का है जो महीनों तक सीवर की सफाई नहीं करता है. नतीजन सीवर जाम हो कर ओवरफ्लो हो जाते हैं. दिल्ली सरकार और एमसीडी दोनों में आम आदमी पार्टी की सरकार है और पूरे राजेन्द्र नगर विधानसभा क्षेत्र में सीसीटीवी नेटवर्क स्थापित है. ऐसे में यह आरोप काफी अजीब है कि कोई भी बीजेपी कार्यकर्ता सीवरेज प्रणाली को अवरुद्ध करने के लिए सीवर कैसे खोल सकता है.
सीसीटीवी फुटेज से सुबूत दिखाने की दी चुनौती
उन्होंने कहा है कि वे पाठक को चुनौती देते हैं कि वह सीसीटीवी सबूत दिखाकर साबित करें कि किसी भाजपा कार्यकर्ता ने सीवर लाइन को ब्लॉक किया है. अन्यथा अपना आरोप वापस लें कर भाजपा से माफी मांगें. उनके लिए अच्छा होगा कि वे झूठ की राजनीति करने की जगह क्षेत्र में कुछ काम करें अन्यथा 6 माह बाद विधानसभा चुनाव हारने को तैयार रहें.