स्वच्छता रैंकिंग में 90वें स्थान पर पहुंची दिल्ली, बीजेपी नेता ने सीएम को घेरा: पूछा- पेरिस बनाने के वादे का क्या हुआ?
Delhi Cleanliness Ranking: एमसीडी दिल्ली के केवल 71 प्रतिशत हिस्से में कचरा संग्रहण करती है, जिससे पता चलता है कि 29 प्रतिशत दिल्लीवासी खुली सड़कों पर कचरा फेंकने के लिए मजबूर हैं.
Delhi News: भाजपा ने स्वच्छता रैंकिंग में दिल्ली के 90वें स्थान पर आने को शर्मनाक बताते हुए अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शर्मनाक है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी में अपने कार्यकाल के दौरान दिल्ली को पेरिस बनाने का वादा किया था पर आज स्वच्छता रैंकिंग में दिल्ली 90वें स्थान पर है.
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल शासन में दिल्ली की स्वच्छता सेवाएं सबसे खराब स्तर पर चली गई हैं. सीएम केजरीवाल ने वादा किया था कि जब एमसीडी पर आम आदमी पार्टी का शासन होगा तो वे दिल्ली की स्वच्छता के लिए अतिरिक्त संसाधन देंगे, लेकिन, एक साल बाद आज दिल्लीवासी ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. यह देखकर आश्चर्य होता है कि स्वच्छ भारत सर्वेक्षण में भाग लेने वाले देश के छोटे बड़े शहरों के सर्वेक्षण में राष्ट्रीय राजधानी 90वें स्थान पर है.
दिल्ली वालों को आप ने किया निराश
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि आम आदमी पार्टी ने एक साल में 3 लैंडफिल साइटों को साफ करने का वादा किया था, लेकिन दिल्लीवासियों को पूरी तरह से निराश कर दिया क्योंकि जनवरी 2024 में लैंडफिल साइटें उसी स्थिति में थीं, जैसी जनवरी 2023 में थीं, जब आप ने एमसीडी पर कब्जा कर लिया था. वीरेंद्र सचदेवा के मुताबिक जैसे लैंडफिल साइटों को साफ करने में यह विफलता पर्याप्त नहीं थी, आज जो स्वच्छ भारत सर्वेक्षण का परिणाम सामने आया है, उसने दिल्लीवासियों को बुरी तरह निराश किया है. चौंकाने वाली बात यह है कि आवासीय और बाजार क्षेत्र की सफाई में एमसीडी को असंतोषजनक 59 प्रतिशत अंक मिले हैं, जिसका मतलब है कि सड़कों से मुश्किल से 59 प्रतिशत कचरा हटाया जाता है.
29% दिल्ली सड़कों पर कचड़ा फेंकने के लिए मजबूर
इसी तरह सर्वेक्षण में कहा गया है कि एमसीडी दिल्ली के केवल 71 प्रतिशत हिस्से में कचरा संग्रहण करती है, जिससे पता चलता है कि 29 प्रतिशत दिल्लीवासी खुली सड़कों पर कचरा फेंकने के लिए मजबूर हैं. घर-घर से कचरा संग्रहण के आंकड़े जब आवासीय और बाजार क्षेत्र की सफाई के साथ रखकर देखे जाते हैं तो हमें यह समझने का कारण मिलता है कि हम शहर की सड़कों पर कचरे के ढेर क्यों देखते हैं और आरडब्ल्यूए इसकी शिकायत क्यों कर रहे हैं. आज घरों की बैकलेन में शून्य स्वच्छता है."
पार्षदों का भ्रष्टाचार जिम्मेदार
सचदेवा ने आगे कहा कि आज शहर में एमसीडी द्वारा संचालित अधिकांश सार्वजनिक शौचालय गंदे और अस्वास्थ्यकर हैं और जल्द ही वे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक भागीदारी के साथ गंदे सार्वजनिक शौचालय को बेनकाब करने का अभियान चलाएंगे. दिल्ली के बिगड़ते स्वच्छता मानक के लिए आम आदमी पार्टी के पार्षदों का भ्रष्टाचार जिम्मेदार है, जिसे भी वे जल्द ही उजागर करेंगे. दिल्ली का स्व्च्छता रैंकिंग में फिसड्डी साबित होने पर बीजेपी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को घेरा.