क्या दिल्ली चुनाव में 'झुग्गी झोपड़ी' वाले दांव से हासिल होगी कुर्सी? हर राजनीतिक दल की ये है तैयारी
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर नेता तैयार हो गए हैं. अबकी बार चुनाव को लेकर नेता झुग्गी झोपड़ी वालों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं.
Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल ने कमर कस ली है और इस बार के चुनाव में हर पार्टी झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों को अपने पक्ष में करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. जहां आम आदमी पार्टी मुफ्त की रेवड़ियां लेकर उनके पास जा रही है तो कांग्रेस न्याय यात्रा के जरिए इन्हें फिर से कांग्रेस के पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है. बीजेपी झुग्गी झोपड़ियों में रात्रि प्रवास कार्यक्रम के ज़रिए जनता से संवाद कर बीजेपी को उनका सबसे बड़ा हमदर्द बताने की कोशिश कर रही है.
दरअसल, हर दल झुग्गी झोपड़ी की बात इसलिए कर रहा है क्योंकि दिल्ली का 30 प्रतिशत मतदाता इन्हीं झुग्गी झोपड़ियों में रहता है. दिल्ली में छोटी बड़ी करीब 1800 झुग्गी झोपड़ियां हैं, जिसमें करीब 20 लाख से ज्यादा मतदाता रहते हैं. इसलिए हर राजनीतिक दल की पहली पसंद ये झुग्गी झोपड़ी वाले बन गए हैं.
'झुग्गी वाले हैं केजरीवाल की असली ताकत'
झुग्गी झोपड़ी वाले ही अरविंद केजरीवाल की असली ताक़त हैं और आप सरकार की जो मुफ्त की रेवड़ी है, उसका सबसे ज़्यादा लाभ इन्हें ही मिलता है. इसलिए इस बार भी इन्हीं झुग्गी झोपड़ी वालों के सहारे चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना अरविंद केजरीवाल देख रहे हैं. यही वजह है कि आम आदमी पार्टी की योजनाओं के बारे में जनता को अवगत कराया जा रहा है. पार्टी यह बता रही है कि अगर बीजेपी आ गई तो दिल्ली में सरकार द्वारा मिल रही मुफ्त की 6 सुविधाएं बंद हो जाएंगी.
ये मुफ्त की सुविधाएं है. मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, महिलाओं को मुफ्त बस सेवा, मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा, मुफ्त तीर्थ यात्रा, मुफ्त शिक्षा है और इन्हीं 6 मुफ्त की योजनाओ के ज़रिए दिल्ली की सत्ता पर आप की सरकार काबिज है.
पार्टियां कर रही हैं झुग्गी वालों से वादे
इस बार के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी भी पूरी ताकत से इन झुग्गी झोपड़ी वालों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही हैं. इसलिए कांग्रेस अपनी न्याय यात्रा में झुग्गी झोपड़ी वालों के लिए तमाम योजनाओं की चर्चा कर रही है, जिसमें रोजगार और इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं देने का वादा शामिल है. वहीं, बीजेपी भी इनसे पीछे नहीं है. बीजेपी दो कदम आगे बढ़कर झोपड़ी वालों के घर जाकर रात्रि प्रवास कर रही है.
बीजेपी कह रही है कि जिस तरह आप प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा करते हैं, उन्हें लोकसभा की सभी सीटें जिताकर भेजते हैं. हम उन्हीं के निर्देश पर आप के पास आए हैं. आपके लिए हम 'जहां झुग्गी वहीं मकान' की योजना लेकर आएंगे. आपकी कोई भी लाभकारी योजना बंद नहीं होगी बल्कि उसे और लाभकारी बनाने की दिशा में काम किया जाएगा.
ये सभी दल अच्छी तरह से जानते हैं कि झुग्गी झोपड़ी वाले ही दिल्ली की कई सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं. इसलिए हर दल इन्हें अपना खेवनहार मान रहा है, लेकिन इन झुग्गी झोपड़ी वालों को किसकी रेवड़ी पसंद आती है ये तो चुनाव नतीजे ही बताएंगे.
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