Delhi: मणिपुर हिंसा में फंसे दिल्ली के छात्र सकुशल वापस लौटे, कहा- 'अभी वहां स्थिति ठीक लेकिन...'
Manipur Violence: दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार की ओर से मणिपुर हिंसा के चलते दिल्ली के छात्रों को वापस लाया गया है. इस संबंध में अरविंद केजरीवाल ने मणिपुर सीएम से बातचीत की थी.
Delhi Students Back Home: मणिपुर हिंसा में फंसे दिल्ली के छात्रों को वापस सुरक्षित दिल्ली ले आया गया है. इन छात्रों को मणिपुर से दिल्ली एक फ्लाइट के द्वारा लाया गया. यह फ्लाइट छात्रों को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले में छात्रों को लेकर आश्वासन दिया था कि चारों छात्रों को सुरक्षित दिल्ली वापस लाया जाएगा.
मणिपुर से हिंसा के बाद वापस लौटे एक छात्र ने बताया कि "अभी वहां स्थिति ठीक है, लेकिन हम वहां सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे. हम सुरक्षित तो थे लेकिन हम चाह रहे थे कि वहां से सुरक्षित निकल जाए. मैं नवंबर में मणिपुर गया था. अब हम राहत महसूस कर रहे हैं." यह छात्र मणिपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है.
दिल्ली सरकार का बचाव कार्य
मणिपुर में फंसे दिल्ली के छात्रों को दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सुरक्षित वापस लाने की मुहिम चलाई थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले में जानकारी दी थी कि मणिपुर में दिल्ली के चार छात्र फंसे हुए हैं. सोमवार को टिकट न मिलने के कारण आज मंगलवार को उन्हें फ्लाइट से दिल्ली लाया जाएगा और अब दिल्ली सरकार इन छात्रों को मणिपुर से वापस ले आई है.
बता दें कि मणिपुर हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोमवार को इन छात्रों के बारे में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन से भी बातचीत की थी. केजरीवाल ने कहा था कि वहां के मुख्यमंत्री ने हमारे छात्रों को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है. इस संबंध में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट करके भी जानकारी दी थी. उन्होंने ये भी बताया था कि इससे पहले मणिपुर में फंसे छात्रों से भी बात की गई है, सभी सुरक्षित हैं.
मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए बुलाई गई सेना और असम राइफल्स ने अब तक लगभग 23 हजार नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाकर उन्हें सैन्य छावनियों में भेजा है. रविवार को सेना ने बयान में कहा कि बचाव अभियान शुरू होने के बाद से हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है.
मणिपुर में मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) श्रेणी में शामिल करने को लेकर पिछले कुछ समय से हिंसा चल रही है, जिसके चलते राज्य में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गईं और स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगाया गया है. हालांकि, रविवार (7 मई) को कर्फ्यू में कुछ ढील दी गई , ताकि हिंसा प्रभावित इलाकों में लोग जरूरत के सामान को खरीद सकें. मैतेई लोगों की एसटी दर्जे की मांग के बीच ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) ने पिछले हफ्ते एक रैली का आयोजन किया था, जो कि बाद में हिंसा में तब्दील हो गई थी.
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