Traffic Device: देशभर में सड़क हादसे एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से सालाना लाखों लोग अपनी जान गवा देते हैं. सड़क हादसों में रोजाना कई लोगों की जान जाती है, इन हादसों को रोका जा सकता है. सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सके, लोगों की जिंदगी को सुरक्षित और बेहतर बनाने के लिए और सड़क दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआई) ने प्रोजेक्ट की शुरुआत की है.
सीआरआरआई के इस प्रोजेक्ट की मदद से सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं को कम किया जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट के तहत सड़कों पर सुरक्षा को बेहतर किया जाएगा, दरअसल पायलट प्रोजेक्ट के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तैयार की गई है जिसके तहत गाड़ी के विंडशील्ड पर कैमरा लगाया गया है. कैमरे के साथ एक स्क्रीन भी है, जिसकी मदद से अगर गाड़ी चलाने वाले के आसपास कोई गलत ड्राइविंग कर रहा होगा तो उसकी जानकारी ड्राइवर को मिल जाएगी, क्योंकि कैमरे में सेंसर लगा हुआ है.
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डिवाइस को किसी भी वाहन में लगाया जा सकेगा
सीआरआरआई पायलट प्रोजेक्ट को अगर आसान भाषा में समझने की कोशिश करें तो यह कहा जा सकता है कि यह एक सेफ्टी डिवाइस है. जिसे किसी भी वाहन में लगाया जा सकेगा, उसके आसपास अगर कोई भी दूसरा वाहन आता है तो तुरंत ही अलर्ट जारी करेगा. जिसकी मदद से हादसे को रोका जा सकता है. इसके साथ ही अगर हादसे का कोई भी खतरा होता है तो कैमरे की मदद से स्क्रीन पर एक अलर्ट भी जारी होगा.
इमरजेंसी में ड्राइवर को घटना की पहले ही सूचना मिलेगी
सीआरआरआई के वैज्ञानिकों की माने तो यह एक नई सुरक्षा प्रणाली है, सीआरआरआई की वैज्ञानिक मुक्ति आडवाणी से जब बात की तो, उन्होंने बताया कि इसके जरिए किसी इमरजेंसी में ड्राइवर को पहले ही उसकी सूचना मिल जाएगी और रेड लाइट के जरिए ड्राइवर को खतरे का भी अनुमान लग जाएगा. उन्होंने बताया कि फिलहाल 350 ड्राइवरों को ट्रेनिंग दी गई है और कोशिश की जा रही है कि आने वाले वक्त में यह डिवाइस हर वाहन में लगी हो. डिवाइस के जरिए हादसा होने से पहले ही ड्राइवर को अलर्ट किया जाता है, जिससे ड्राइवर तुरंत एक्शन ले कर एक्सीडेंट को रोक सके.
वहीं खास बात यह भी है कि इस डिवाइस के जरिए ग्रे स्पॉट भी तैयार किया जा रहा है, जिससे यह पता चल सके कि किन जगहों पर एक्सीडेंट ज्यादा होते हैं. सीआरआरआई ने इसकी शुरुआत नागपुर से की है, लेकिन सीआरआरआई की माने तो कुछ दिनों बाद इसको देशभर के वाहनों में लगाया जाएगा.
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