Delhi: जनता ने नकारा तो बौखला गए स्वामी प्रसाद मौर्य, VHP नेता सुरेंद्र जैन का दावा
Ramchanitmanas Controversy: वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन का कहना है कि भगवान राम के विरोध में बयान देने से पहले स्वामी प्रसाद यह सोच लेते कि सपा और कांग्रेस का ऐसा करने पर क्या हुआ?
Ramchanitmanas Controversy: हाल के दिनों में हिंदुओं की आस्था से जुड़ी घटनाओं ने एक बार फिर से सनातन धर्म को लेकर बहस को तेज कर दिया है. एक तरफ रामचरितमानस को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर हिंदुओं, खास तौर पर संत समाज में काफी रोष है तो दूसरी तरफ बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने चमत्कारों और घर वापसी के नाम पर धर्मांतरण को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. जबकि कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हो रहे हमले को खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियों के तहत की गई कार्रवाई बताई जा रही है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर जब एबीपी लाईव की टीम से बातचीत में विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त सचिव सुरेंद्र जैन उनपर पलटवार करते हुए कहा कि मौर्य अपनी राजनीतिक जमीन और पहचान खो चुके हैं. सुरेंद्र जैन ने दावा किया है कि जिस समाज का नाम लेकर वो राजनीति कर रहे थे, वो समाज उन्हें ठुकरा चुका है. वो बौखलाहट में इस तरह के उटपटांग बयान दे रहे हैं.
देश की जनता बर्दाश्त करने के लिए तैयार नहीं
वीएचपी नेता सुरेंद्र जैन ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य भूल गए हैं कि रामद्रोही होने पर समाज में मुलायम सिंह का क्या हाल हुआ था. आज कांग्रेस का क्या हश्र है. देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी रही कांग्रेस आज अपनी राजनीतिक जमीन बचाने की जद्दोजहद में लगी हुई है.
बाबा की घर वापसी मुहिम में गलत क्या है?
वहीं, बागेश्वर धाम पर उठ रहे सवालों को लेकर भी वो काफी हमलावर नजर आए. बागेश्वर बाबा का समर्थन करते हुए कहा कि, 'मुझे लगता है जो घेरने वाले हैं वो खुद ही एक्सपोज हो रहे हैं.' उन्होंने कहा कि पादरियों या मदर टेरेसा से सवाल करने की किसी की हिम्मत नही हुई, मौलानाओं से किसी ने सवाल नहीं किया. झूठे चमत्कारों के नाम पर पंजाब, हरियाणा, नॉर्थ ईस्ट में लोग ड्रामे बाजी करते हैं. पानी में थूक डाल के लोगों को ठीक करने का ड्रामा करते हैं. जो नफरत का बाजार चलाते हैं, उनसे सवाल नहीं किए जाते, लेकिन इस बार जब उन्होंने घर वापसी करवाई है, तो भारत का टूलकिट गैंग और दुनियाभर के पादरी उनके खिलाफ हो गए हैं. धर्मांतरण को सही करार देते हुए उन्होंने कहा कि वो कितना भी एड़ी चोटी का जोर लगा लें, लेकिन एक एक व्यक्ति जो बाहर गया है उसकी घर वापसी होके रहेगी.
ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भारत विरोधी गतिविधियों का अड्डा
ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में हिंदू मंदिरों पर हुए हमले पर उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया और कनाडा दो ऐसे देश हैं जो भारत विरोधी गतिविधियों का अड्डा बन चुके हैं. साफ सब्दों कहा जाए तो ये खालिस्तानियों को अपनी जमीन का उपयोग करने दे रहे हैं, जो लगातार भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं उनसे विनती करता हूं, कृप्या अपने युवकों को इनके बहकावे में न आने दें. वो चंद लोग माहौल को खराब करने की कोशिश में लगे हुए हैं, जिससे बचने की जरूरत है.
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