Delhi Crime: दिल्ली (Delhi) के उत्तरी पूर्वी इलाके में खजूरी खास थाने (Khajuri Khas Police Station) के ठीक सामने BSES ऑफिस का लोहे का गेट गिरने से एक 10 साल की बच्ची की मौत हो गयी. मृतक लड़की के पिता विजय पाल ने इसको लेकर हॉस्पिटल और बीएसईएस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी बच्ची का तुरंत इलाज शुरू नहीं किया वर्ना उनकी बच्ची की जान बच सकती थी. उन्होंने आगे कहा कि बीएसईएस का गेट गिर कैसे गया, वही ठीक से लगा ही नहीं होगा. वहीं पुलिस ने इस पूरे मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.


क्या था पूरा मामला
यह घटना दोपहर करीब 12.30 बजे हुई. लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी डॉली अपनी सहेलियों के साथ स्कूल से लौट रही थी, जैसे ही वह बीएसईएस के ऑफिस के सामने से गुजरी उसके ऊपर ऑफिस का लोहे का गेट गिर गया और उसके सिर में कील  समा गई. 


डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही बरतने का आरोप
वहीं पुस्ता सोनिया विहार के रहने वाले और पेशे से ऑटो ड्राइवर विजय ने कहा कि बच्ची को तुरंत जग प्रवेश चंद्र हॉस्पिटल ले जाया, लेकिन वहां हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने बहुत लापरवाही की है, उसके सिर पर डॉक्टरों ने पट्टी भी नहीं की खून निकलता और खून निकलता रहा. जब पुलिस वहां पहुंची तब जाकर डॉक्टरों ने पट्टी की. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बच्ची की जान चली गयी.


पिता बोले- दोषियों को मिले सजा
वहीं मृतक के पिता ने दोषियों के लिए सजा की गुहार लगाई है. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने धारा 336 (कोई उतावलेपन में ऐसा कोई कार्य करे, जिससे  किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो)  और 304 A  (कोई ऐसा काम करना जो किसी की मृत्यु का कारण बन जाए)  इन दो धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है.


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