Delhi: दिल्ली में बूस्टर डोज के नाम पर ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, व्हाट्सएप हैक कर लोगों को ऐसे बनाते थे शिकार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस ने बूस्टर डोज के नाम पर लोगों का व्हाट्सएप हैक कर ठगी करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने लॉकडाउन के दौरान हैकिंग सीखी थी.
Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है जो कोविड-19 के बूस्टर डोज के नाम पर लोगों का व्हाट्सएप हैक कर ठगी करते थे. इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को दबोचा है. पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों में मनीष कुमार, कौशलेंद्र तोमर और रोहित सिंह शामिल हैं. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट द्वारा तीनों ठगों को आगरा से गिरफ्तार किया गया है.
लॉकडाउन के दौरान आरोपियों ने सीखी थी व्हाट्सएप हैकिंग
पुलिस को अब तक गिरोह के खिलाफ 25 से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं. वहीं आरोपी – आगरा निवासी मनीष कुमार, और उसके सहयोगी रोहित सिंह और कौशलेंद्र सिंह तोमर ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने पिछले साल तालाबंदी के दौरान व्हाट्सएप हैकिंग सीखी थी. जिसके बाद उन्होंने लोगों को ठगने का फैसला किया.
आरोपियों ने बूस्टर खुराक के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए पर्सनल डिटेल्स मांगी थी
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि एक जनवरी को 45 वर्षीय एक शख्स ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उन्हें अज्ञात लोगों का फोन आया था जिन्होंने दावा किया था कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन कर रहे हैं. उन्होंने पीड़ित को बूस्टर खुराक के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए पर्सनल डिटेल्स मांगी थी. इसके बाद उन्होंने पीड़ित के फोन पर आए ओटीपी नंबर को पूछा. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित का व्हाट्सएप अकाउंट हैक कर लिया और उसके भाई से 50 हजार रुपये भेजने को कहा.
पुलिस ने पूरे वाकये की एक कॉल रिकॉर्डिंग भी शेयर की है, जिसमें कॉल करने वाला खुद को वैक्सीन विभाग के एक अधिकारी बता रहा है और पीड़ित को बूस्टर खुराक के लिए सेंटर बुक करने के लिए एक कॉन्फ्रेंस कॉल करने के लिए कहता है.
आरोपी वॉट्सएप हैक कर पीड़ितों के जानकरों को मैसेज भेजकर पैसे मांगते थे
डीसीपी (साइबर) केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि, " गैंग के लोग वैक्सीन सेंटर के कर्मचारी बनकर लोगों को फोन किया करते थे. बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया के नाम पर ये कॉन्फ्रेंस कॉल करते थे. इसके बाद वॉट्सएप पर एक ओटीपी भेजकर उनका वाट्सएप हैक (Whatsapp hacking) कर लेते थे. ऐसा करने के बाद आरोप पीड़ितों की कॉन्टेक्ट लिस्ट में जाकर उनके दोस्तों को मैसेज किया करते थे और कोई परेशानी बताकर पीड़ित के जानने वालों से पैसों की मांग कर ठगी करते थे.
गैंग के मास्टरमाइंट मनीष कुमार ने यूट्यूब से सीखी थी हैकिंग
पुलिस ने बताया कि गैंग के मास्टरमाइंट मनीष कुमार ने कबूल किया है कि उसने YouTube वीडियो से व्हाट्सएप अकाउंट हैक करने की तकनीक सीखी. आरोपियों के मोबाइल फोन व वारदात में इस्तेमाल अन्य उपकरण पुलिस ने बरामद कर लिए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी मनीष कुमार तीन छेड़छाड़ के मामलों में भी शामिल है. फिलहाल पुलिस अन्य धोखाधड़ी के मामलों में तीनों आरोपियों की संलिप्तता की जांच कर रही है.
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