Delhi Crime News: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर उनसे ठगी करने वाले एक ऐसे एजेंट को गिरफ्तार किया है, जिसने न केवल एक यात्री को उसकी पत्नी समेत कनाडा और डंकी रूट के रास्ते यूएसए भेजने का दावा किया बल्कि, 24 साल के यात्री का मेकओवर करके उसे 67 साल का बना दिया ताकि वह और उसकी पत्नी इंडियन इमिग्रेशन को धोखा देकर किसी और के पासपोर्ट पर यात्रा कर सके. इस मामले में गिरफ्तार एजेंट की पहचान, जगजीत सिंह उर्फ जग्गी (32) के रूप में की गई  है. यह यूपी के पीलीभीत जिले का रहने वाला है.


डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि 18 जून को एक यात्री रशविन्दर सिंह (67) कनाडा जाने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा था. उसके यात्रा दस्तावेजों की जांच के दौरान जब इमिग्रेशन अधिकारियों ने उससे पूछताछ की तो उसकी आवाज उसकी उम्र के साथ मेल नहीं खा रही थी. वहीं उसके चेहरे पर उम्र के अनुसार झुर्रियां भी नहीं थी और उसकी दाढ़ी-स्किन पासपोर्ट पर दर्ज 67 वर्ष की उम्र की तुलना में काफी जवान लग रही थी.


शक के आधार पर जब जांच अधिकारियों ने उसी पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान गुरसेवक सिंह (24) के तौर पर दी. वह लखनऊ के मोती नगर का रहने वाला है. उसके मोबाइल से उसकी असली तस्वीर लगी उसके नाम वाले पासपोर्ट की प्रति भी पाई गई. जिस पर इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया.


सैलून भेज कर कराया एजेंट ने मेकओवर


पुलिस ने दूसरे के पासपोर्ट पर यात्रा करने और इमिग्रेशन के साथ चीटिंग करने के मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उसने बताया कि, वह और उसकी पत्नी यूएसए जाना चाहते थे ताकि वहां वो अपनी बेहतर जिंदगी जी सकें. इसके लिए वे एक एजेंट जगजीत सिंह उर्फ जग्गी के संपर्क में आए, जिसने उनसे वादा किया कि वे किसी और के पासपोर्ट पर कनाडा के रास्ते यूएसए भेज देंगे. इसके लिए 60 लाख रुपये में उनकी डील तय हुई और बतौर अग्रिम उन्होंने 30 लाख रुपये एजेंट को दिए, जबकि बाकी की रकम यूएसए पहुंचने के बाद दिया जाना था. 


आरोपी एजेंट ने उसके लिए एक 67 वर्षीय रशविन्दर सिंह और उसकी पत्नी के लिए हरजीत कौर नाम के लोगों का पासपोर्ट अरेंज किया और फिर कनाडा की टिकट की भी व्यवस्था उसने की. पासपोर्ट और टिकट देने के बाद, उसका एक सहयोगी उसे दिल्ली के एक सैलून में ले गया, जहां उसका मेकअप कर के उसे 67 वर्षीय बुजुर्ग का रूप दिया गया. लेकिन, इससे पहले की वे उड़ान भर पाते एयरपोर्ट पर पकड़े गए. उसके पकड़े जाने के बाद उसकी पत्नी अर्चना कौर एयरपोर्ट से फरार हो गई थी, लेकिन, पुलिस ने उसे एयरपोर्ट के पास से ही दबोच लिया.


उत्तराखंड के रुद्रपुर में छापेमारी कर एजेंट को दबोचा


मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी आईजीआई एयरपोर्ट की देखरेख और एसएचओ विजेंदर राणा के नेतृत्व में इंस्पेक्टर केदार और हेड कॉन्स्टेबल बिरजू की टीम का गठन किया गया था. जिन्होंने लोकल इंटेलिजेंस और टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से उत्तराखंड के रुद्रपुर में छापेमारी कर उसे दबोच लिया. पूछताछ में उसने अपना गुनाह स्वीकारते हुए बताया कि वह बिजनौर में टिकट बुकिंग और लोगों को विदेश भेजने का काम करता है. उसके काम के दौरान वह कुछ एजेंट के संपर्क में आया जो लोगों को विदेश भेजने का झांसा देकर उनसे ठगी झरते थे. 


इसके बाद वह भी उनके साथ मिल कर लोगों से ठगी करने लगा. उसने बताया कि 60 लाख रुपये में यूएसए भेजने की डील गुरसेवक सिंह से की थी, जिसके लिए 30 लाख रुपये एडवांस लिया था और फिर दोनों यात्रियों के लिए किसी और के नाम का पासपोर्ट अरेंज कर उनका मेकओवर करवाया ताकि वह पासपोर्ट में दर्ज उम्र के अनुसार दिखे. इस मामले में पुलिस आरोपी एजेंट को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुटी हुई है और उसके बैंक खातों को खंगाल कर ऐसे अन्य मामलों का पता लगाने के साथ उसके साथियों का भी पता लगा रही है ताकि पूरे सिंडिकेट का खुलासा हो सके.


ये भी पढे़: Hathras Stampede: हाथरस की घटना पर संजय सिंह की प्रतिक्रिया, बोले- 'इस तरह के बाबा...'