Delhi News: तिहाड़ जेल के कैदियों को नौकरी दिलाएगी DSEU, कराए जाएंगे स्किल डेवलपमेंट कोर्स
जेल तिहाड़ के कैदी कौशल विकास का प्रशिक्षण प्राप्त कर सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे. दिल्ली स्किल एंड आन्त्राप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने तिहाड़ जेल प्रशासन के साथ करार किया है.
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Delhi News: देश की सबसे बड़ी जेल तिहाड़ के कैदियों (Tihar Jail Prisoners) को नया जीवन देने की दिशा में दिल्ली सरकार (Delhi Government) काम करने जा रही है. जेल में बंद कैदियों को दिल्ली स्किल एंड आन्त्राप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी (DSEU) की तरफ से अलग-अलग कौशल विकास आधारित कोर्स (Skill Development Course) कराया जाएगा. रिहा होने पर यूनिवर्सिटी का सर्टिफिकेट आगे नौकरी करने और सम्मानजनक जीवन जीने में कैदियों की मदद करेगा. दिल्ली स्किल एंड आन्त्राप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने तिहाड़ जेल प्रशासन के साथ करार किया है. करार के मुताबिक कैदियों का प्रशिक्षण कौशल निखारने के लिए यूनिवर्सिटी काम करेगी.
तिहाड़ के कैदी करेंगे कौशल विकास आधारित कोर्स
दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता यूनिवर्सिटी इस साल जुलाई से कैदियों के लिए नया पाठ्यक्रम शुरू कर सकती है. अलग अलग तरीके के कौशल विकास आधारित कोर्स जेल से बाहर निकलने पर कैदियों को रोजगार मुहैया कराने में मदद करेंगे. तिहाड़ जेल प्रशासन के साथ किए गए समझौते पर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर निहारिका वोहरा ने बताया कि इस पहल से तिहाड़ जेल के कैदियों को सम्मानजनक जीवन जीने का एक मौका मिलेगा. दीर्घकालीन पुनर्वास और समाज की मुख्यधारा से भी कैदी जुड़ सकेंगे. उन्होंने बताया कि कैदियों को आकर्षित करने के लिए यूनिवर्सिटी विशेषज्ञों की मदद से जेल में कई कार्यशालाएं, सेमिनार और सम्मेलन भी आयोजित करेगी.
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सम्मानजनक जीवन जीने और रोजगार में करेंगे मदद
मौजूदा समय में बाजार की मांग के हिसाब से कौशल विकास का प्रशिक्षण कैदियों को दिया जाएगा. इतना ही नहीं कैदियों का आत्मसम्मान बढ़ाने के लिए भी यूनिवर्सिटी प्रयास करेगी. तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि इसके जरिए कैदियों को जुर्म और गुनाह की जिंदगी से दूर किया जा सकता है. कैदियों में सुधार होने से एक अच्छा जीवन मिलेगा. कभी दोबारा अपराध करने के बारे में कैदी नहीं सोचेंगे. जेल से रिहा होने के बाद कैदी नए सिरे से जीवन जी सकेंगे और रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने कहा कि जुलाई 2022 से कैदियों के लिए नया पाठ्यक्रम शुरू किया जा सकता है. पाठ्यक्रम में कैदियों के व्यक्तित्व विकास से लेकर अंग्रेजी और अलग-अलग स्किल डेवलपमेंट कोर्स कराए जाएंगे और साथ ही अन्य कोर्सों का भी विस्तार होगा.
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