348 Mobiles Recovered From Jails In Delhi: दिल्ली में तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के अलावा रोहिणी (Rohini Jail) और मंडोली (Mandoli Jail) के जेलों में पहले से मिल रही मोबाइल मिलने की शिकायत पर कारवाई करने के लिए ताबड़तोड़ रेड किया गया. इसमें ढाई महीने में 348 मोबाइल मिले हैं. वहीं बुधवार को एक दिन में 18 मोबाइल बरामद किए गए. गुरुवार को यह जानकारी देते हुए तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनीवाल (Sanjay Beniwal) ने बताया कि अब व्यापक लेवल पर एक्शन किया जा रहा है और हर जेल में सुपरिटेंडेंट लेवल पर कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए इंटेलिजेंस की टीम बनाई गई है और उसी आधार पर कार्रवाई की जा रही है.


गौरतलब है कि दिसंबर महीने में एक ही रात में विजिलेंस टीम की ओर से की गई छापेमारी में आठ मोबाइल और आठ चाकू बरामद किए गए थे. इसके बाद दिल्ली के अलग-अलग जेलों में चलाए गए सर्च ऑपरेशन में पिछले 15 दिनों में 117 मोबाइल बरामद किए गए थे. वहीं मंडोली जेल में 18 दिसंबर की रात की गई छापेमारी में मोबाइल और चाकू की बरामदगी के बाद जिन पांच जेल अधिकारियों पर कार्रवाई भी की गई थी, उनमें डिप्टी सुपरिटेंडेंट प्रदीप शर्मा, धर्मेंद्र मौर्य, असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट सनी चंद्रा, हेड वार्डर लोकेश धामा और वार्डर हंसराज मीणा शामिल हैं. इन सभी पांचों को निलंबित किया गया था.


मंडोली जेल में मोबाइल और चाकू मिलने के बाद सर्चिंग तेज


तिहाड़ जेल के डायरेक्टर जनरल संजय बेनीवाल ने दिल्ली के सभी जेलों के सुपरिटेंडेंट को उसी समय से निर्देश दिए थे कि अपने जेल के अंदर सर्च अभियान चलाकर मोबाइल और प्रतिबंधित सामानों की बरामदगी करें. इसी का परिणाम यह रहा कि मंडोली जेल की कार्रवाई के बाद 15 दिनों में 117 मोबाइल दिल्ली के तिहाड़, रोहिणी और मंडोली जेल से बरामद की गई है.


जेल के अंदर से चल रहा एक्सटॉर्शन का गैंग


तिहाड़ जेल के डीजी के अनुसार तिहाड़ जेल प्रशासन किसी भी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाह रहा है. दिल्ली के अलग-अलग जेलों में बंद बड़े-बड़े गैंगस्टर अक्सर जेल से मोबाइल के जरिए कॉल करके बिजनेसमैन और दूसरे लोगों को टारगेट करते हुए एक्सटॉर्शन की डिमांड करते रहते हैं. सूचना मिलने पर जेलों में वहां के सुरक्षाकर्मी छापा मारकर इक्का-दुक्का मोबाइल भी बरामद करते रहते थे.


अब व्यापक स्तर पर विजिलेंस टीम और अलग-अलग जेलों के सुपरिटेंडेंट लगातार कार्रवाई में जुट गए हैं. इससे मोबाइल और चाकू के अलावा प्रतिबंधित समान बरामद किए जाने लगे. जेल से फोन कॉल के बारे में सूचना मिलते ही लगातार कार्रवाई की जा रही थी. सूचना मिलने के बाद तमिलनाडु स्पेशल पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की स्पेशल विजिलेंस टीम बनाकर रात में उन जगहों पर रेड किया जा रहा है, जहां के बारे में विजलेंस टीम को सूचना मिलती है.


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