Delhi News: राजधानी दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम तक हर दिन काम के सिलसिले में लाखों की संख्या में लोगों का आना जाना होता है. नतीजन गुरुग्राम की तरफ जाने वाले रास्तों पर यातायात का काफी दबाव रहता है. जिससे कई बार जाम की स्थिति भी उत्पन्न हो जाती है. जिसे देखते हुए धौला कुआं से मानेसर तक एलिवेटेड रोड की योजना तैयार की जा रही है. एलिवेटेड रोड वर्तमान सड़क से ऊपर उठकर चलेगा, और हल्के वाहन इस एलिवेटेड रोड से आवागमन कर सकेंगे.
धौला कुआं से गुरुग्राम तक लग जाता है जाम
धौला कुआं से मानेसर तक एलिवेटेड रोड बनाने के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अधिकारियों को 2 माह के भीतर कंसलटेंट नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं. केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री गडकरी के साथ मंगलवार देर शाम हुई बैठक में दिल्ली से गुरुग्राम तक हर दिन लगने वाले जाम पर चर्चा हुई. बैठक में केंद्रीय परिवहन मंत्री ने कहा कि दिल्ली से गुरुग्राम तक पहुंचने में लोगों को भारी यातायात की वजह से घंटो लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में गुरुग्राम मानेसर तक यातायात का जितना दबाव है वह भविष्य में और भी कई गुना ज्यादा हो सकता है, जिससे आने वाले समय मे लोगों को गुरुग्राम तक जाने में और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
एलिवेटेड रोड से मानेसर तक जाना होगा आसान
जिसे देखते हुए उन्होंने बैठक में भविष्य की स्थितियों का आंकलन करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे भविष्य को ध्यान में रखते हुए वर्तमान सड़क के ऊपर 2 लेयर की रोड बनाने की योजना को तैयार करें. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 2 माह के भीतर योजना को तैयार करने के लिए कंसलटेंट नियुक्त किया जाए. बता दें कि धौला कुआं से मानेसर, गुरुग्राम तक रोजाना लाखों लोगों का आवागमन होता है, जिससे इस मार्ग पर यातायात का भारी दबाव बना रहता है. जिस कारण मिनटों के तय होने वाले सफर में लोगों को घंटो लग जाते हैं. इस एलिवेटेड फ्लाईओवर के बन जाने के बाद धौला कुआं से मानेसर तक जाना काफी आसान हो जाएगा. वर्तमान सड़क के ऊपर बनने से दोनो ही मार्गों से लोग मानेसर तक जा सकेंगे, जिससे सड़कों पर यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा.
द्वारका एक्सप्रेसवे के कार्य में तेजी के निर्देश
वहीं इस बैठक में, दिल्ली-हरियाणा के बीच बन रहे 29 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे को लेकर भी केंद्रीय परिवहन मंत्री ने अधिकारियों के साथ चर्चा की और कार्य मे तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि, लोग लंबे समय से इसके खुलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन यह विभिन्न कारणों से लगातार विलंबित होता जा रहा है. बीते दिनों एक्सप्रेसवे के स्लैब के गिरने और बारिश के कारण भी इसका निर्माण कार्य बाधित हुआ था. एनएचएआई इस मामले की गहन जांच करा रही है. एक्सप्रेसवे के सभी हिस्सों में सुरक्षा मानकों के तहत ही निर्माण कार्य की अनुमति दी जा रही है. जिसका असर निर्माण कार्य की गति पर पड़ रहा है.
लंबा हुआ द्वारका एक्सप्रेसवे का इंतजार
बता दें कि, हरियाणा और दिल्ली के बीच बनाए जा रहे इस एक्सप्रेसवे का लगभग 19 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में पड़ता है, जो कि लगभग बन कर तैयार हो चुका है. वहीं, दिल्ली के 10 किलोमीटर हिस्से में अभी काफी काम बचा हुआ है, जिसे पूरा करने लक्ष्य नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसी साल दिसंबर महीने तक रखा था, लेकिन अब यह फरवरी 2024 तक टलता दिख रहा है.