Delhi PUC Challan: दिल्ली में चार महीनों में एक लाख से ज्यादा गाड़ियों के कटे PUC चालान, कहां हुआ सबसे अधिक उल्लंघन?
Delhi PUC Certificate: दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र नियमों की कड़ाई से निगरानी और अमल के पीछे ट्रैफिक पुलिस का मकसद मोटर चालकों के बीच उत्सर्जन मानकों के अनुपालन की संस्कृति विकसित करना है.
Delhi PUC News: दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार (12 मई) को कहा कि साल 2024 के पहले चार महीनों में प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) उल्लंघन के कुल 1,01,164 मामले दर्ज किए गए. दिल्ली यातायात पुलिस के आधिकारिक आंकड़ों से पता चला कि यह पिछले साल दर्ज किए गए उल्लंघनों की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है. साल 2023 में एक जनवरी से 30 अप्रैल के बीच 78,169 चालान हुए थे.
दिल्ली यातायात पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) उल्लंघन के ये मामले मॉडल टाउन, करोल बाग, नजफगढ़, द्वारका, पंजाबी बाग और तिलक नगर समेत शीर्ष दस यातायात सर्किलों के व्यापक विश्लेषण पर आधारित है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 में इन इलाकों में सबसे ज्यादा चालान किए गए.’’
पीयूसी नियमों को सख्ती से लागू करने की योजना
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, 'पीयूसी उल्लंघन के मामलों में बढ़ोतरी से शहर में वाहन प्रदूषण की चुनौती भी सामने आती है, जो वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर के लिए प्रमुख जिम्मेदार कारक है. पीयूसी उल्लंघन की विस्तृत जांच में उन क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है, जहां इस तरह के यातायात उल्लंघन अक्सर होते हैं. अब ऐसे क्षेत्रों की पहचान कर यातायात नियमों के पालन को बढ़ावा देने के लिए प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र से संबंधित नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा.
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सख्ती जरूरी
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसीसी) नियमों की कड़ाई से निगरानी और कार्यान्वयन कर यातायात पुलिस का मकसद मोटर चालकों के बीच उत्सर्जन मानकों के अनुपालन की संस्कृति विकसित करना है. यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि वाहनों का उत्सर्जन दिल्ली जैसे शहरी क्षेत्रों में वायु प्रदूषण में एक बड़ा घटक होता है. इसलिए, अनियंत्रित उत्सर्जन से जुड़े प्रतिकूल पर्यावरणीय प्रभावों को कम करने के लिए वैध पीयूसीसी के बिना वाहनों पर कार्रवाई करना जरूरी है.