ड्रंकन ड्राइविंग के खिलाफ दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का अभियान, यहां काटे गए सबसे ज्यादा चालान
Delhi Drunk and Drive Case: राजधानी में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने अभियान शुरू किया है. इस दौरान लापरवाही से गाड़ी चलाने वालों पर दिल्ली पुलिस ने बड़े स्तर पर कार्रवाई की है.
Delhi News Today: सड़क पर होने वाले हादसों में शराब एक बड़ा कारण है, यही वजह है कि दिल्ली समेत देश भर में सड़क हादसों में कई मौतों का कारण शराब पीकर नशे की हालत में गाड़ी चलाना है. इन हादसों में कमी लाने के उद्देशय से दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने साल की शुरुआत में ही "ड्रंकन ड्राइव" के खिलाफ एक अभियान की शुरुआत की थी.
इसके तहत ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली के 15 जिलों में जमकर चालान काटे. ट्रैफिक पुलिस अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, 1 जनवरी से 15 सितंबर 2024 तक नशे में गाड़ी चलाने वाले 18 हजार 478 वाहन चालकों के चालान काटे गए हैं. जिनमें 1973 चालानों के साथ पश्चिमी जिला टॉप पर रहा.
इसी तरह दिल्ली में दूसरे नंबर पर दक्षिण- पूर्वी जिला रहा जहां चालानों की संख्या 1902 रही. जबकि तीसरे नंबर पर मध्य जिला रहा है, जहां 1752 लोगों का चालान किया गया. इसके अलावा चौथे नंबर पर दक्षिणी जिला में 1733, पांचवें नंबर पर उत्तरी जिला में 1731 चालान काटे गए.
राजौरी गार्डन सर्कल रहा अव्वल
पश्चिमी जिला जहां ड्रंकन- ड्राइव के सबसे अधिक मामले सामने आए और चालान भी जम कर कटे, उनमें राजौरी गार्डन सर्कल पहले पायदान पर रहा है. पश्चिमी जिला के राजौरी गार्डन सर्कल में तैनात इंस्पेक्टर कुलदीप ने ड्रंकन- ड्राइविंग मामले में विशेष अभियान चलाते हुए सात महीने में करीब 950 चालान किए. जिसके लिए उन्हें जल्द ही ट्रैफिक के स्पेशल सीपी की ओर से सम्मानित किया जाएगा.
शराब पीकर गाड़ी न चलाने की अपील
ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नशे में गाड़ी चलाने से न केवल वाहन चालक और उसमें सवार लोगों बल्कि रोड पर आ-जा रहे अन्य लोगों के लिए भी खतरा बढ़ जाता है. ड्रंकन- ड्राइविंग से हमेशा ही गंभीर हादसे होने की संभावना बनी रहती है.
ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, नशे में गाड़ी चलाने वालों पर नकेल कसने के लिए ड्रंकन- ड्राइव के खिलाफ अभियान तेज किया जा रहा है. ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से शराब पीकर गाड़ी न चलाने की अपील भी की है.
जिलावार ये रहे चालान के आंकड़े
पश्चिमी जिला में 1973, दक्षिण- पूर्वी जिला में 1902, मध्य जिला में 1752, दक्षिणी जिला में 1733, उत्तरी जिला में 1731, बाहरी-उत्तरी जिला में 1384, पूर्वी जिला में 1382, रोहिणी और उत्तर-पश्चिमी जिला में 1018, दक्षिण-पश्चिमी जिला में 937, उत्तर-पूर्वी जिला में 857 मामले सामने आए.
इसके बाद बाहरी दिल्ली जिला में 790, द्वारका जिला में 759, नई दिल्ली जिला में 702 और शाहदरा जिला में 540 चालान काटे गए. इस तरह एक जनवरी 2024 से 15 सितंबर 2024 तक कुल 18478 चालान ड्रंकन- ड्राइविंग मामले में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के जरिये किया गया.
ये भी पढ़ें: राजस्थान का छात्र दिल्ली में कर रहा था IAS की तैयारी, पेड़ से लटका मिला, क्या है पूरा मामला?