Delhi News: दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, "जिस दिन ये आदेश आया था उसी दिन इन्होंने ये सोच लिया था कि अध्यादेश ला कर इसे खत्म किया जायेगा. ये सारे के सारे कोर्ट के बंद होने का इन्तजार कर रहे थे. पहले ले आते, ये कोर्ट के बंद होने का इन्तजार क्यों कर रहे थे. इन्हें पता था कि ये असंवैधानिक अध्यादेश है".


अरविंद केदरीवाल ने आगे कहा, "ये लोग भी जानते हैं कि ये अध्यादेश कोर्ट में 5 मिनट नहीं चलेगा. ये दिल्ली के लोगों और जनतंत्र के साथ भद्दा मजाक है. ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट को सीधी चुनौती दे रही है कि आप कुछ भी आदेश दें हम उस पर अध्यादेश लाकर पलट देंगे. यह चुनौती है कि अगर भाजपा के अलावा किसी और पार्टी को चुनोगे तो हम उसे काम नहीं करने देंगे".


राज्यसभा से बिल पास न होने दें - अरविंद केजरीवाल


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. बीजेपी के कट्टर समर्थक भी हमें फोन करके कह रहे हैं कि ये प्रधानमंत्री ने ठीक नहीं किया. वहीं संसद में बिल पास करने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे राज्य सभा से किसी भी कीमत पर पास नहीं होने देना. मैं इसके लिए सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं से मिलकर अपील करूंगा. ये कानून की शक्ल लेने के बाद भी कोर्ट में नहीं टिकेगा.


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैं दिल्ली की जनता के बीच जाऊंगा और दिल्ली में महा रैली का आयोजन करेंगे. जिस तरह से जनता की प्रतिक्रिया आ रही है उससे लग रहा है कि इस बार भाजपा को लोकसभा चुनाव में दिल्ली से एक भी सीट नहीं मिलेगी. मैं विपक्षी दलों से अपील करना चाहता हूं कि राज्यसभा में जब यह बिल आएगा तो उसे पारित न होने दें. मैं हर पार्टी के नेताओं से मिलूंगा और उनसे समर्थन मागूंगा.


वहीं, अरविंद केजरीवाल ने 2000 रुपए के नोट पर हुए बदलाव को लेकर कहा, "मैं बार बार कहता था कि सरकार को पढ़ा लिखा होना चाहिए. देश को हमेशा लाइन में खड़ा रखते हैं. जनता को परिवार के पालन के काम में होना चाहिए न कि ऐसे लाइन में".


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