Toilet For Third Gender in Delhi: दिल्ली (Delhi) में ट्रांसजेंडर (Transgender) समुदाय के लिए सार्वजनिक शौचालय नहीं होने की वजह से उन्हें रोजाना दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हुमायूं रोड और डॉ. राजेंद्र प्रसाद रोड पर ट्रांसजेंडर के लिए स्पेशल शौचालय बनवाया गया था. अब नई दिल्ली नगर परिषद (New Delhi Municipal Council) 10 अलग-अलग स्थानों पर भी ट्रांसजेंडर के लिए स्पेशल शौचालय का निर्माण कराने जा रही है. इनमें से कुछ स्थानों पर काम शुरू भी हो गया है.
स्पेशल शौचालय का निर्माण लोधी गार्डन (गेट नंबर 1), लक्ष्मी बाई नगर, सफदरजंग अस्पताल, अकबर लेन, पंचकुइयां रोड, कॉपरनिकस मार्ग और कनॉट प्लेस के ए, बी, डी और एफ ब्लॉक में होगा. इनमें से 3 स्थानों पर काम शुरू हो गया है. एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि स्पेशल शौचालय के निर्माण से ट्रांसजेंडर समुदाय को असमानता का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि ये शौचालय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुले रहेंगे और इन्हें मुफ्त में इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही उन्होंने बताया कि इन सुविधाओं में टचस्क्रीन इंटरफेस भी लगाया जाएगा, ताकि लोग अपनी प्रतिक्रिया दे सकें, कमियों के बार में बता सकें या कोई सुझाव दे सकें, जिसपर हमारे कर्मचारी कार्रवाई कर पाएं.
पिछले साल हुआ था ट्रांसजेंडर के लिए पहले शौचालय का उद्घाटन
सतीश उपाध्याय ने कहा कि जो लोग नहीं लिख सकते, वे हमारे अटेंडेंट से अपने विचारों को लिखने और उन पर हस्ताक्षर करने या अपने अंगूठे का निशान लगाने के लिए कह सकते हैं. प्रतिक्रिया के आधार पर अन्य साइटों पर भी आवश्यक परिवर्तनों को एकीकृत करेंगे. गौरतलब है कि ट्रांसजेंडर के लिए पहले शौचालय का उद्घाटन पिछले साल 28 जून को स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रेस क्लब ऑफ इंडिया पार्किंग में किया गया था.
गुलाबी शौचालय का हो रहा है निर्माण
इसके साथ-साथ नागरिक निकाय महिलाओं और लड़कियों के लिए अलग-अलग सुविधाओं के साथ गुलाबी शौचालय का निर्माण करवा रहा है. अब तक जीवन बीमा निगम (संसद स्ट्रीट), सुपर बाजार (कनॉट प्लेस), फैक्ट्री रोड (सफदरजंग अस्पताल), सरोजिनी नगर में बी एवेन्यू और सफदरजंग अस्पताल के पास पांच गुलाबी शौचालयों का निर्माण हो चुका है. वहीं कनॉट प्लेस के बी ब्लॉक इनर सर्कल में गुलाबी शौचालय का निर्माण चल रहा है.
यहां देख सकते हैं शौचालय का लोकेशन
एनडीएमसी अब सभी सार्वजनिक सुविधाओं को स्मार्ट शौचालयों में परिवर्तित या विकसित कर रहा है, जिसमें एटीएम, रूफटॉप सौर पैनल, सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन, डिजिटल स्वास्थ्य क्लिनिक और ऑनलाइन उपयोगकर्ता फीडबैक टैबलेट जैसी सुविधाएं शामिल हैं. सतीश उपाध्याय ने कहा कि हम स्मार्ट शौचालयों का निर्माण करने वाले पहले नागरिक निकाय हैं. इसके अलावा हर शौचालय का जीपीएस लोकेशन 311 मोबाइल ऐप पर उपलब्ध है. हमने लोगों की सुविधा के लिए हर 500 मीटर पर एक शौचालय सुविधा विकसित करने का प्रयास किया है.
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