Delhi Road Accidents: दिल्ली परिवहन विभाग ने राजधानी के भीतर 16 हाई रिस्क दुर्घटना संभावित जगहों को चिन्हित किया है जहां प्रति किलोमीटर 10 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है. परिवहन विभाग ने 22 ऐसे जंक्शन को चिन्हित किया है जो सभी तरह के सड़क इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए खतरनाक है, वहीं 40 ऐसे इंटरसेक्शन और जंक्शन से जो सिर्फ पद यात्रियों और मोटरसाइकिल चलाने वालों के लिए खतरनाक हैं. जानकारी के मुताबिक 89% सड़क हादसों के पीड़ित पदयात्री, मोटरसाइकिल चलाने वाले या फिर साइकिल चलाने वाले लोग हैं.
IIT दिल्ली की मदद से होगा रीडीजाइनिंग का काम
जानकारी के मुताबिक परिवहन विभाग आज सड़क दुर्घटना से होने वाली मौतों की एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा. विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि हम 10 ऐसे खतरनाक हिस्सों को चुनेंगे जहां पर सड़क हादसे सबसे ज्यादा होते हैं और उसकी रूट इंजीनियरिंग को फिर से विकसित करके उसे पदयात्रियों और वहां चलने वाले लोगों के लिए सुरक्षित करेंगे. इस काम के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली से संपर्क किया गया है जो इन स्थानों का निरीक्षण करेगी और इसको रीडिजाइन करेगी. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 2020 के मुकाबले 2021 में सड़क हादसों में 13.7% का उछाल आया है, वहीं सड़क हादसों के कारण होने वाली मौतों में भी 3.55% की बढ़त देखी गई है.
2020 और 2021 के ये हैं आंकड़े
बता दें कि 2020 में राजधानी दिल्ली के अंदर 4178 सड़क हादसे हुए थे जिसमें 1196 लोगों की मौत हुई और 3662 लोगों लोग गंभीर रूप से घायल हुए. वहीं 2021 में 4720 सड़क हादसे हुए जिसमें 12 से 39 लोगों की जान गई और 4273 लोग घायल हुए. जानकारी के मुताबिक 16 हाई रिस्क स्थानों में से 10 एनएच-8-दिल्ली-हरियाणा दक्षिण पश्चिम बॉर्डर से प्रताप चौक, दिल्ली कंटोनमेंट, जीटीके रोड, वजीराबाद रोड, एमबी रोड, नजफगढ़ रोड, आउटर रिंग रोड, डॉक्टर केबी हेगडेवार रोड, रोहतक रोड, मथुरा रोड और रिंग रोड है, जहां हिट एंड रन कि सबसे ज्यादा मामले हुए और इन स्थानों पर 10 मौतें प्रति किलो मीटर दर्ज की गई.
यह भी पढ़ें: