Delhi News Today: दिल्ली वासियों के लिए अच्छी खबर है. दिल्ली में प्रदूषण से निपटने और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई लेटेस्ट बस सेवा 'उबर शटल' से जल्द ही लोग सफर कर सकेंगे.


दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कल बुधवार (4 सितंबर) को 'दिल्ली मोटर व्हीकल लाइसेंसिंग ऑफ एग्रीगेटर' (प्रीमियम बस) योजना 2023 के तहत उबर के जरिये शुरू की गई  'उबर शटल' का निरीक्षण किया. 


इस मौके पर परिवहन मंत्री से ईएमईए और भारत में उबर शटल के महाप्रबंधक निकोलास वान डी लॉक और कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुलाकात की और उन्हें इस ऐप-आधारित बस सेवा की विशेषताओं की जानकारी दी. 


उबर शटल से परिवहन मंत्री ने की यात्रा
इस दौरान परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 'उबर शटल' से कुछ दूर तक यात्रा भी की. जल्दी ही इन बसों को हरी झंडी दिखा कर आम लोगों के लिए रवाना किया जाएगा.


'उबर शटल' बस सेवा के निरीक्षण के बाद मंत्री कैलाश गहलोत ने एबीपी लाइव के बातचीत में बताया कि 'दिल्ली प्रीमियम बस योजना' न केवल सार्वजनिक परिवहन को अधिक आरामदायक बल्कि आकर्षक बनाने के लिए बनाई गई थी. 


कैलाश गहलोत ने बताया कि पर्यावरण- अनुकूल सार्वजनिक परिवहन विकल्पों को प्रोत्साहित करके वायु प्रदूषण को कम करने के लिए भी डिजाइन की गई है. प्रीमियम बस योजना के तहत उबर शटल दिल्ली के लिए परिवहन क्षेत्र में एक नयी शुरुआत है. 


'सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करना उद्देश्य'
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा,"इससे न केवल ट्रैफिक को कम करने में मदद मिलेगी बल्कि स्वच्छ और हरित दिल्ली के हमारे व्यापक लक्ष्य में भी योगदान मिलेगा." उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन को अधिक आकर्षक और सुलभ बनाने और नागरिकों को निजी वाहनों से सार्वजनिक परिवहन की ओर प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है."


परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हमारा प्रयास दिल्ली के नागरिकों के लिए सर्वोत्तम परिवहन विकल्प उपलब्ध कराना है और आने वाले दिनों में आप सड़क पर प्रीमियम बसों की बढ़ती संख्या देखेंगे.


उबर शटल इन विशेषताओं से होगी लैस
कैलाश गहलोत ने कहा कि उबर शटल सेवा के तहत पूर्वनिर्धारित मार्गों पर चलने वाली वातानुकूलित बसें होंगी, जो शहर भर के प्रमुख व्यावसायिक स्थलों को आवासीय क्षेत्रों से जोड़ेंगी. 


'उबर शटल सेवा' के विशेषताओं का जिक्र करते हुए कैलाश गहलोत ने बताया कि यात्रियों को उबर ऐप के माध्यम से एक सप्ताह पहले तक सीटों की प्री-बुकिंग, बस की लाइव लोकेशन और रूट को ट्रैक करने, उसके आगमन के अपेक्षित समय (ईटीए) को देखने और कैशलेस भुगतान करने की सुविधा मिलेगी.


गहलोत ने कहा कि दिल्ली मोटर व्हीकल लाइसेंसिंग ऑफ एग्रीगेटर (प्रीमियम बस) योजना 2023 एक ऐतिहासिक पहल है, जो विशेष रूप से प्रीमियम बस चलाने के लिए तैयार की गई थी. उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य यात्रियों को असाधारण गुणवत्ता और आराम देना है. 


कैबिनेट मंत्री गहलोत ने कहा कि यात्रियों में विश्वसनीयता पैदा करके सार्वजनिक परिवहन में एक आदर्श बदलाव को बढ़ावा देना है. इस योजना का उद्देश्य भीड़भाड़ और वायु प्रदूषण को कम करना और विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना है.


बस में बैठ सकेंगे 9 यात्री 
इस योजना के तहत इंट्रा- सिटी यात्राओं के लिए प्रीमियम बस शुरू करने का प्रावधान है. यह योजना "प्रीमियम बस" को एक लक्जरी सार्वजनिक बस के रूप में परिभाषित करती है, जिसमें कम से कम 9 यात्रियों के बैठने की क्षमता होती है. 


इसके अलावा पूरी तरह से वातानुकूलित और पूर्व-आरक्षित रिक्लाइनिंग सीटे, वाईफाई, जीपीएस और सीसीटीवी से लैस होगी. इस योजना के तहत एग्रीगेटर लाइसेंस 5 लाख रुपये के भुगतान पर दिए जाते हैं और नवीनीकरण के विकल्प के साथ पांच साल के लिए वैध होते हैं. 


25 प्रीमियम बसों का रखरखाव जरुरी
बता दें, इलेक्ट्रिक बसों पर कोई लाइसेंस शुल्क नहीं लगाया जाता है. लाइसेंस धारकों को लाइसेंस प्राप्त होने के 90 दिनों के भीतर कम से कम 25 प्रीमियम बसों के बेड़े का रखरखाव और संचालन करना आवश्यक है.


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