Delhi News: राजधानी दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) की सरकार का फोकस दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने पर है. इसे लेकर उन्होंने इस बार के बजट में योजनाओं का खाका पेश कर अच्छी खासी रकम का भी प्रावधान किया है. जिसमें केजरीवाल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मोहल्ला क्लिनिक की तर्ज पर मोहल्ला बस चला कर राजधानी की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाने की योजना है. जिसे लेकर सरकार के परिवहन मंत्रालय ने कवायद भी शुरू कर दी है.


दिल्ली के लोगों को उनके घर के पास तक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा मिल सके और कॉलोनी-मोहल्लों की सड़कों पर आसानी से बसों का आवागमन हो सके. इसके लिये लोगों के घरों के आसपास 9 मीटर लंबी इलेक्ट्रिक बसों को चलाया जाएगा. इसके तहत 2025 तक 2,180 एसी इलेक्ट्रिक  बसें चलाने की योजना है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को मोहल्ला बस योजना की रूपरेखा विकसित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के साथ वर्चुअल परामर्श कार्यक्रम की अध्यक्षता की.


विशेषज्ञों ने किया योजना का स्वागत
वैश्विक विशेषज्ञों ने आप सरकार की मोहल्ला बस योजना का स्वागत किया और इसे लास्ट माइल कनेक्टिविटी की समस्या को हल करने की दिशा में गेम चेंजर माना. बैठक में विशेषज्ञों ने दुनिया भर में अपने अनुभवों के आधार पर मोहल्ला बस योजना के विभिन्न पहलुओं सेवा डिजाइन, औसत मार्ग की लंबाई, किराया डिजाइन, किराया एकीकरण व ब्रांडिंग आदि पर अपने सुझाव प्रस्तुत किए.


ट्रांसपोर्ट हब, मेट्रो स्टेशनों सहित महत्वपूर्ण जगहों को जोड़ेगी
परिवहन मंत्री ने कहा कि रूट रेशनलाइजेशन अध्ययन ने सार्वजनिक परिवहन की जरूरतों को समझा और मोहल्ला बसों को शुरू करने का मार्ग प्रशस्त किया है. ये बसें दिल्ली में कम दूरी के लिए चलेंगी और आसपास के इलाकों में ट्रांसपोर्ट हब, मेट्रो स्टेशनों सहित महत्वपूर्ण जगहों को जोड़ेगी. उन्होंने कहा कि विभिन्न परिवहन साधनों को एक विश्वसनीय, सस्ती, सुविधाजनक और मल्टी-मॉडल परिवहन प्रणाली में एकीकृत करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सार्वजनिक परिवहन के मामले में दिल्ली को दुनिया के शीर्ष 10 शहरों में से एक बनाना है.



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