Delhi University News: दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन (DUSU) दफ्तर में 13 और 14 जुलाई की दरम्यानी रात हुई तोड़फोड़ के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सोमवार को दिए जांच के आदेश दिए हैं. डीयू प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए चार सदस्यों की कमेटी गठित की है. कमेटी से निष्पक्ष जांच कर सात दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है.
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन द्वाराग गठित कमेटी में प्रॉक्टर रजनी आबी सहित ज्वाइंट प्रॉक्टर गीता सहारे को भी शामिल किया गया है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 13 और 14 जुलाई की दरम्यानी रात को दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र यूनियन ऑफिस मे जमकर हंगामा हुआ था. डूसू के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने एक-दूसरे पर मारपीट के आरोप लगाए थे. डूसू अध्यक्ष तुषार डेढा ABVP से हैं. जबकि उपाध्यक्ष अभि दहिया NSUI से हैं. डूसू दफ्तर मे तोड़फोड़ की तस्वीरें सामने आई थीं.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेताओं ने आरोप लगाया था कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) उपाध्यक्ष अभि दहिया सहित एनएसयूआई के कुछ सदस्यों ने नॉर्थ कैंपस में छात्र संघ कार्यालय में तोड़फोड़ की. हमलावरों ने पहले डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया के कार्यालय में शराब पी और फिर डूसू कार्यालय में तोड़फोड़ की.'
एनएसयूआई ने एबीवीपी के आरोपों को खारिज किया
वहीं, एनएसयूआई से जुड़े छात्र नेताओं ने एबीवीपी के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है कि एबीवीपी पर संघ उपाध्यक्ष के कार्यालय में तोड़फोड़ करने का आरोप है. दहिया का दावा है कि एबीवीपी के कई सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय में मेरे कार्यालय पर हमला किया. ऐसा उन्होंने तब किया, जब मैंने एबीवीपी पदाधिकारी और डूसू अध्यक्ष की फर्जी डिग्री का खुलासा किया. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कहा था कि उसे इस मामले में एक शिकायत मिली है, जिसकी जांच मौरिस नगर थाना पुलिस कर रही है.
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