Delhi University Admission 2022-2023 New Changes: दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया गया है. पहले यहां कक्षा बारहवीं के अंकों के आधार पर एडमिशन मिलता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. नई शिक्षा नीति के तहत कॉमन एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन किया जाएगा, जिसके आधार पर छात्रों को एडमिशन मिलेगा. अब कट-ऑफ मार्क्स का नियम खत्म कर दिया गया है. छात्रों को इसी सत्र से कॉमन एंट्रेंस टेस्ट देना होगा, उसके बाद ही वे दिल्ली यूनिवर्सिटी के साथ ही दूसरी किसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले पाएंगे. इससे दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए सभी छात्रों को बराबर मौका मिलेगा.
अब देनी होगी परीक्षा –
अब डीयू में एडमिशन के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) का आयोजन किया जाएगा. परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाएगा. इसके लिए फॉर्म एनटीए की वेबसाइट nta.ac.in से डाउनलोड किए जा सकेंगे. अब बोर्ड रिजल्ट मान्य नहीं होगा हालांकि मिनिमम मार्क्स का नियम यूनिवर्सिटी चाहें तो रख सकती हैं.
सीयूसीईटी परीक्षा का आयोजन 13 भाषाओं में किया जाएगा, जिनके नाम हैं - हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, असामी, बंगाली, पंजाबी, उड़िया और इंग्लिश.
कट-ऑफ मार्क्स से वंचित रह जाते थे ये छात्र -
डीयू में एडमिशन के लिए पहले क्लास 12वीं के अंकों को आधार बनाया जाता था. इससे कई बोर्ड के छात्र जहां तुलनात्मक सख्त मार्किंग होती है, डीयू में एडमिशन नहीं ले पाते थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस आधार पर पिछले साल केरला बोर्ड के सबसे अधिक छात्रों को डीयू में एडमिशन मिला. इसके बाद बारी आयी राजस्थान बोर्ड, फिर हरियाणा बोर्ड उसके बाद सीआईएसई और सीबीएसई बोर्ड के छात्रों की.
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