दिल्ली यूनिवर्सिटी ने हाल ही में नोटिस जारी करके ये जानकारी दी है कि अब डीयू में एडमिशन सेंट्रल यूनिवर्सिटीज कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CUCET) के आधार पर होंगे. पहले की तरह बारहवीं के अंकों के आधार पर डीयू में प्रवेश नहीं मिलेगा. ये नियम 2022-23 सत्र से लागू हो जाएगा. यूनिवर्सिटी का ये भी कहना है कि अगर किसी कारण से सीयूसीईटी आयोजित नहीं हो पाता है तो यूनिवर्सिटी खुद अपना एंट्रेस टेस्ट यानी दिल्ली यूनिवर्सिटी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (DUCET) आयोजित करेगी. इन परीक्षाओं के बारे में विस्तार में जल्द ही बताया जाएगा. डीयू रजिस्ट्रार द्वारा जारी नोटिस में ये जानकारी दी गई.


प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए मिलेगा पर्याप्त समय –


डीयू की प्रवेश परीक्षाओं के संबंध में अभी विस्तार में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन इतना साफ किया गया है कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम 30 से 40 दिन का समय दिया जाएगा. उसके बाद परीक्षाएं आयोजित होंगी.


एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक इस बारे में यूनिवर्सिटी के वीसी योगेश सिंह का कहना है कि ये प्रवेश परीक्षा दो भागों में होगी. पहला भाग एप्टीट्यूड टेस्ट का होगा जो सभी कैंडिडेट्स के लिए कॉमन होगा जबकि दूसरा भाग बहुत से कांबिनेशंस और ऑप्शंस पर आधारित होगा. परीक्षा बोर्ड परीक्षाओं के खत्म होने के एक महीने के अंदर आयोजित करा ली जाएगी.


कट-ऑफ के आधार पर नहीं होंगे एडमिशन –


अब तक डीयू में कट-ऑफ मार्क्स के आधार पर एडमिशन होते हैं. कई बार ये कट-ऑफ 100 प्रतिशत तक हाई जाते हैं 95 या 96 प्रतिशत अंक लाने वाले कैंडिडटे्स को भी एडमिशन नहीं मिलता. हर बोर्ड का अंक देने का अपना तरीका होता है और कई बोर्ड्स में टॉपर के भी 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक नहीं आते. ऐसे में ये मेधावी स्टूडेंट्स डीयू में प्रवेश नहीं ले पाते. ऐसा अनियमित्ताओं को देखते हुए अगले साल से कट-ऑफ बंद करने का फैसला लिया गया है.


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